उरी (Uri) भारत के जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के बारामूला जिले में स्थित एक महत्वपूर्ण सीमावर्ती नगर है. यह शहर अपनी भौगोलिक स्थिति, सामरिक महत्त्व और ऐतिहासिक घटनाओं के कारण राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चित रहा है.
उरी झेलम नदी के किनारे बसा हुआ है और यह नियंत्रण रेखा (LoC) के करीब स्थित है. यह शहर श्रीनगर से लगभग 100 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में स्थित है और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर की सीमा के बहुत पास है. इसकी ऊंचाई समुद्र तल से लगभग 3,000 फीट है, जिससे यहां का मौसम ठंडा और पहाड़ी होता है.
उरी का इतिहास बहुत समृद्ध रहा है. यह मार्ग प्राचीन समय से ही भारत और मध्य एशिया के बीच व्यापार तथा सैन्य गतिविधियों का हिस्सा रहा है. आधुनिक इतिहास में उरी का नाम 2016 के उरी आतंकी हमले के कारण राष्ट्रीय समाचारों की सुर्खियों में आया. यह हमला भारतीय सेना के ठिकाने पर हुआ था, जिसमें कई जवान शहीद हुए थे. इसके बाद भारत द्वारा किया गया ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ भी इसी क्षेत्र के पास हुआ, जिसने इसे सामरिक दृष्टि से और भी महत्वपूर्ण बना दिया.
भारतीय सेना के लिए उरी एक रणनीतिक स्थान है. यहां की सैन्य तैनाती बहुत सघन है और यह क्षेत्र निगरानी तथा सुरक्षा की दृष्टि से बहुत संवेदनशील माना जाता है. नियंत्रण रेखा के पास होने के कारण यह क्षेत्र हमेशा हाई अलर्ट पर रहता है.
जहां एक ओर उरी में पर्यटन, सीमा व्यापार और सांस्कृतिक संपर्क की संभावनाएं हैं, वहीं दूसरी ओर सीमावर्ती संघर्ष, घुसपैठ और आतंकवाद जैसी चुनौतियां यहां की स्थिरता और विकास में बाधा डालती हैं. बेहतर बुनियादी ढांचे, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं की आवश्यकता यहां की प्रमुख समस्याओं में से हैं.
उरी न केवल एक भौगोलिक बिंदु है, बल्कि यह भारत की सुरक्षा, इतिहास और सांस्कृतिक विविधता का एक प्रतीक भी है. यहां की जनता कठिन परिस्थितियों में भी देशभक्ति और सहनशीलता के साथ जीवन यापन कर रही है.
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जम्मू-कश्मीर के उरी में पाकिस्तानी फायरिंग के बीच CISF के 19 जवानों ने लगभग 250 लोगों की जान बचाई. इसी बहादुरी के लिए उन्हें डीजी डिस्क से सम्मानित किया गया.
लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) के पास उरी सेक्टर के चिरौंदा और बालकोट जैसे गांवों के लोग पाकिस्तानी गोलाबारी के चलते भयभीत हैं. ऑपरेशन सिंदूर के छह महीने बाद भी सरकार ने जो नए बंकर बनाने का वादा किया था, वह पूरा नहीं हुआ है और पुराने बंकर भी मरम्मत के बिना हैं. चिरौंदा के लाल हुसैन कोली ने प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, रक्षा मंत्री और जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्लाह से आग्रह किया है कि हर घर को एक बंकर प्रदान किया जाए ताकि गोलाबारी के समय लोगों की सुरक्षा हो सके.
ऑपरेशन सिंदूर के छह महीने बाद एलओसी के उकी जिले के सीमवर्ती गांवों से इंडिया टुडे की रिपोर्ट. पाकिस्तानी गोलीबारी से जले घर अब भी मलबे में है. ग्रामीण सर्दी में बेघर है. बंकरों का वादा अधूरा है. 202 बंकर-ट्रेंच मंजूर लेकिन बने नहीं. दर्जनों जानें गईं. सैकड़ों घर तबाह हो गए. ग्रामीण कह रहे हैं कि सरकार कब सुनेगी?
न्यूक्लियर युग में भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध छोटे, सीमित और हाइब्रिड रूप में ही होंगे. सूचना युद्ध से सावधान रहना जरूरी है. न्यूक्लियर इस्तेमाल सीमित रहेगा, एस्केलेशन मैनेजमेंट जरूरी. भारत ने सिंदूर में एयरबेस नष्ट कर जीत हासिल की. पाकिस्तान की हालत खराब, लेकिन तनाव बरकरार.
15 अगस्त के मौके पर अगर आप घर पर रहने का प्लान बना रहे हैं और देश भक्ति से प्रेरित मूवीज देखने का मन है, तो ओटीटी आपके लिए बेहतरीन ऑप्शन. ओटीटी पर मौजूद इन फिल्मों को देखकर आप अपनी स्वतंत्रता एंजॉय कर सकते हैं.
जम्मू-कश्मीर में हलचल तेज हो गई है. कश्मीर के कुलगाम में सुरक्षाबलों का आतंकियों के खिलाफ अभियान जारी है तो उरी में कल एलओसी के पास आतंकियों द्वारा घुसपैठ की कोशिश को भारत ने नाकाम कर दिया... वहीं 15 अगस्त को देखते हुए सेना भी मुस्तैदी के साथ बॉर्डरों की सुरक्षा में तैनात है... उरी सेक्टर में बीते दिनों घुसपैठ की कई गतिविधियां देखी गई हैं...
बारामुला के उरी सेक्टर में एलओसी के पास आतंकियों की घुसपैठ और BAT हमले की कोशिश भारतीय सेना ने नाकाम कर दी. मुठभेड़ में दो जवान शहीद हुए हैं. यह घटना ऑपरेशन अखल के बीच हुई, जिसमें सुरक्षा बल अब तक पांच से ज्यादा आतंकियों को ढेर कर चुके हैं.
जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले के उरी सेक्टर में घुसपैठ की एक बड़ी कोशिश को नाकाम कर दिया गया है. गोलीबारी में सेना का एक जवान जख्मी हुआ है. पूरे इलाके में घेराबंदी कर सर्च ऑपरेशन जारी है. 15 अगस्त को देखते हुए इस घटना को अहम माना जा रहा है.
राज्यसभा में जेपी नड्डा ने कहा कि पहले की सरकारों में हैदराबाद, कोलकाता, मुंबई, वाराणसी और दिल्ली जैसी जगहों पर आतंकी हमले होते थे. कोई जगह बची नहीं थी, हर जगह बम ब्लास्ट होते थे. उन्होंने कहा कि यूपीए के 10 साल की तुलना में मोदी सरकार के 10 साल में हुए आतंकी हमलों 80 फीसदी की कमी आई है.
जम्मू-कश्मीर के उरी में पाकिस्तान की ओर से गोलाबारी हो रही है, जिससे स्थानीय लोगों में दहशत है. पिछले 10 दिनों से और विशेषकर बीते 3 दिनों से यह गोलाबारी और तेज हो गई है. स्थानीय शख्स के अनुसार, ज्यादातर आबादी ने गांव छोड़ दिया है लेकिन जिनके पास मवेशी हैं वो नहीं जा पाए हैं.
तीन दिन की पाकिस्तानी गोलाबारी के बाद हिंदुस्तान की सरहद पर बसे शहरों में अब शांति है, लेकिन सीजफायर के चंद घंटों बाद ही पाकिस्तान ने फिर उल्लंघन किया था. अब लोग सुरक्षित जगहों से घरों को लौट रहे हैं, बाजार खुल रहे हैं, लेकिन प्रशासन ने सतर्क रहने की हिदायत दी है क्योंकि कुछ इलाकों में अनएक्सप्लोडेड शेल्स हो सकते हैं.
श्रीनगर और बारामूला समेत कश्मीर के कई इलाकों में धमाकों की खबर है, वहीं गुजरात के कच्छ जिले में ब्लैकआउट किया गया है. पाकिस्तान द्वारा लगातार ड्रोन से हमले किए जा रहे हैं, जिन्हें भारतीय सुरक्षा बल नाकाम कर रहे हैं. रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान इन ड्रोन हमलों की आड़ में जासूसी करने की कोशिश कर रहा है. देखें...
पाकिस्तान ने 20 जगहों पर ड्रोन से हमला किया है, जिसमें जम्मू कश्मीर और पंजाब के शहर निशाने पर रहे। इन हमलों में रिहायशी इलाकों और धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया गया, फिरोजपुर में एक ड्रोन गिरने से गाड़ी में आग लग गई. एक वक्ता ने कहा, "वो रिहायशी इलाकों में हमला कर रहा है." देखें...
आज सबसे पहले आपको जुमे की रात की बात बताएंगे जो पाकिस्तान के लिए कयामत की रात भी हो सकती है. अब से कुछ मिनट पहले दिल्ली में पीएम मोदी ने राजनाथ सिंह, CDS जनरल अनिल चौहान, NSA अजित डोभाल और तीनों सेनाओं के चीफ के साथ एक बड़ी बैठक की. करीब 2 घंटे चली ये बैठक पाकिस्तान के लिए बर्बादी का पैगाम लेकर आ सकती है. देखें ब्लैक एंड व्हाइट.
प्रधानमंत्री मोदी के साथ पीएम आवास पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, तीनों सेना प्रमुख की बैठक हो रही है. ये बैठक इसलिए अहम है क्योंकि पिछली दो रात में पाकिस्तान की तरफ से बार बार भारत के सैन्य ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइल अटैक को भारत ने मुंहतोड़ जवाब देकर नाकाम किया है. अब सवाल है कि क्या पाकिस्तान लक्ष्मण रेखा लांघ रहा है? देखें ख़बरदार.
उरी में एक बार फिर गोलीबारी शुरू हो गई है, जहां आज सुबह भी लगभग 10-11 बजे के आसपास भारी फायरिंग हुई थी. दूसरी ओर, प्रधानमंत्री वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों से मिलकर जानकारी ले रहे हैं. पाकिस्तान द्वारा रात में ड्रोन और अन्य माध्यमों से सरहदी इलाकों में हमले करने के प्रयास तथा सुबह-शाम उरी जैसी जगहों पर फायरिंग करने की खबरें हैं.
भारत और पाकिस्तान के बीच नियंत्रण रेखा पर तनाव बढ़ गया है. पाकिस्तान द्वारा पुंछ, उरी व कुपवाड़ा में गोलीबारी की घटनाएं हुई हैं. भारत ने सीमावर्ती इलाकों के 24 एयरपोर्ट 15 मई सुबह साढ़े 5 बजे तक बंद कर दिए हैं. पूर्व वायुसेना अध्यक्ष आर के एस भदौरिया के अनुसार, "हमारा एनालिसिस कितना आगे चल रहा है और हम पूरी तरह से तैयार हैं जो भी आगे स्टेप आएगा उसका रिस्पांस करने के लिए." देखें...
1947 की जंग से 'Operation Sindoor' तक, जानिए भारत ने पाकिस्तान को कब-कब धूल चटाई
जम्मू और कश्मीर के उरी सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से भारी गोलाबारी हुई है, जिसमें आम नागरिकों को निशाना बनाया गया और घरों व दुकानों को नुकसान पहुंचा है. स्थानीय लोग कह रहे हैं, "हम आर्मी के साथ खड़े हैं, पाकिस्तानी सेना की हिम्मत है तो इंडियन आर्मी के साथ लड़के दिखाए.
उत्तरी कश्मीर के उरी में पाकिस्तान की तरफ से भारी गोलाबारी में रिहायशी इलाके चपेट में आए हैं. जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा ने उरी पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और नुकसान का आकलन किया. देखिए.