संजय यादव (Sanjay Yadav) हरियाणा मूल के एक राजनीतिज्ञ हैं, जो वर्ष 2024 से बिहार से राज्यसभा सांसद के रूप में अपनी जिम्मेदारियां निभा रहे हैं. वह राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के सक्रिय सदस्य हैं और पार्टी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. संजय यादव को खास तौर पर राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बेटे और पार्टी नेता तेजस्वी यादव के वरिष्ठ राजनीतिक सलाहकार के रूप में जाना जाता है. इतना ही नहीं तेजस्वी, संजय यादव और रमीज नेमत ये तीनों स्कूल के समय से ही दोस्त हैं.
राजनीतिक रणनीति, संगठनात्मक कौशल और तेजस्वी यादव को दिए गए मार्गदर्शन के कारण संजय यादव ने पार्टी की नीतियों और दिशा पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है,
बिहार चुनाव में आरजेडी की हार की समीक्षा शुरू हो चुकी है. तेजस्वी यादव खुद भी समीक्षा कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे हैं. हारे हुए उम्मीदवारों के फीडबैक के आधार पर हार के लिए जिम्मेदार नेताओं की भूमिका समझने के प्रयास चल रहे हैं - और पार्टी विरोधी काम का पता चलने पर सख्त एक्शन भी हो सकता है.
प्रशांत किशोर लगता है तेजस्वी यादव को बिहार में नई सरकार बन जाने के बाद भी चैन की सांस नहीं लेने देना चाहते हैं. जन सुराज अभियान में तेजस्वी यादव शुरू से ही निशाने पर रहे, और आरजेडी के भारी चुनावी नुकसान के बाद भी वो विपक्ष की राजनीति में तेजस्वी यादव को चैलेंज करने की तैयारी कर रहे हैं.
आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य के आरोपों के बाद तेज प्रताप यादव ने खुलकर उनका समर्थन किया और तेजस्वी यादव व संजय यादव पर गंभीर सवाल उठाए. रोहिणी ने कथित गालियों और किडनी दान के बदले सौदेबाजी जैसे आरोप लगाए थे.
बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद लालू प्रसाद यादव के परिवार में तगड़ी हलचल मची है. उनकी बेटी रोहिणी आचार्य ने अचानक राजनीति से सन्यास लेने और परिवार से नाता तोड़ने की घोषणा की है. इस फैसले ने राजनीतिक गलियारों में तहलका मचा दिया है. रोहिणी आचार्य का यह कदम राजनैतिक विवादों और लालू परिवार के अंदर चल रहे संकट को दर्शाता है.