अमेरिकी टेक कंपनी गूगल ने भारत में अपना नो-कोड ऐप मेकर Opal लॉन्च किया है. Opal एक नो-कोड मिनी-ऐप मेकिंग प्लेटफॉर्म है, जहां यूज़र्स बिना किसी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की नॉलेज के ऐप्स बना सकते हैं. यह प्लेटफॉर्म उन सभी लोगों के लिए एक गेम-चेंजर है जो अपने आइडियाज को रियलिटी में बदलना चाहते हैं. चाहे वह एक स्टूडेंट हो, एक छोटा दुकानदार हो, एक होम-शेफ हो या फिर एक कंटेंट क्रिएटर.
जब कोई यूज़र अपनी रिक्वायरमेंट बताता है, उदाहरण के लिए, 'मुझे एक ऐसा ऐप चाहिए जो मेरी छोटी सी कॉफी शॉप के लिए ऑनलाइन ऑर्डर्स ले सके और कस्टमर्स का डेटा सेव कर सके', तो Opal का AI इस कमांड को डीप लेवल पर समझता है. इसके बाद, यह AI बैकग्राउंड में जरूरी कोड खुद लिख देता है, ऐप का डिजाइन (UI) तैयार कर देता है और डेटाबेस भी सेट कर देता है. यूजर को बस ड्रैग-एंड-ड्रॉप फीचर से अपने ब्रांड के हिसाब से ऐप का लुक और कलर फाइनल करना होता है. यह पूरा प्रोसेस कुछ ही मिनट्स में पूरा हो जाता है.
Google ने भारत में Opal टूल लॉन्च कर दिया है. गूगल के इस ओपल टूल के जरिए कोई भी ऐप बना सकता है. इसके लिए आपको प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सीखने की भी जरूरत नहीं है. ये ड्रैग एंड ड्रॉप जैसा ही है. पूरा फ्रंट एंड आप आराम से डिजाइन कर सकते हैं. इससे मिनी ऐप्स बनाए जा सकते हैं. पर्सनल या प्रोफेशनल किसी तरह का ऐप डिजाइन कर सकते हैं. आइए जानते हैं ये काम कैसे करता है.