कन्याकुमारी
कन्याकुमारी (Kanyakumari) तमिलनाडु राज्य का एक जिला है (District of Tamil Nadu). यह भारत का सबसे दक्षिणी जिला है. यह तमिलनाडु के जिलों में जनसंख्या घनत्व के मामले में दूसरे स्थान पर है. यह प्रति व्यक्ति आय के मामले में तमिलनाडु का सबसे अमीर जिला भी है (Kanyakumari, Richest District of Tamil Nadu ) और मानव विकास सूचकांक (HDI), साक्षरता और शिक्षा में भी राज्य में सबसे ऊपर है. जिले का मुख्यालय नागरकोइल (Nagercoil) है (District Headquarter of Kanyakumari).
यह जिला विवेकानंद रॉक मेमोरियल के लिए विश्व प्रसिद्ध है (Vivekananda Rock Memorial). कन्याकुमारी जिले के वावथुरई (Vavathurai) में एक स्मारक है. यह वावथुरई की मुख्य भूमि में सिर्फ 500 मीटर पूर्व में स्थित है. इस चट्टान का निर्माण 1970 में स्वामी विवेकानंद के सम्मान में किया गया था, जिनके बारे में कहा जाता है कि उन्होंने इसी चट्टान पर ज्ञान प्राप्त किया था (Vivekananda Enlightenment). विवेकानंद स्वामी रामकृष्ण परमहंस (Swami Ramakrishna Paramahansa) के शिष्य थे. एक मान्यता के अनुसार, देवी कुमारी (Goddess Kumari) ने इन्हीं चट्टानों पर भगवान शिव की तपस्या की थी. यह चट्टानें लक्षद्वीप सागर से घिरी हुई है.
कन्याकुमारी शहर के पूर्व में भूमि के एक छोटे से हिस्से को छोड़कर, लगभग पूरा जिला पश्चिमी घाट और अरब सागर के बीच स्थित है. यह तमिलनाडु राज्य का एकमात्र जिला जो अरब सागर से मिलता है (Kanyakumari, Arabian Sea).
कन्याकुमारी जिला दो क्षेत्रों में विभाजित है- एडाई नाडु और नानजिल नाडु. विलवनकोड और कलकुलम तालुक एडाई नाडु क्षेत्र में हैं, जिसमें पूर्ण रूप से फैले हुए पश्चिमी घाट हैं. थोवलाई और अगस्तीश्वरम तालुक नानजिल नाडु क्षेत्र में मौजूद हैं (Kanyakumari, Divided in 2 Region).
2011 की जनगणना के अनुसार, कन्याकुमारी जिले की जनसंख्या 1,870,374 है (Kanyakumari Population), जिसमें प्रत्येक 1,000 पुरुषों पर 1019 महिलाओं का लिंगानुपात था (Kanyakumari Sex Ratio).
यहां के थिरपराप्पु जलप्रपात, मणिमेदई, पद्मनाभपुरम, वट्टक्कोट्टई और विवेकानंद रॉक मेमोरियल विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल हैं (Kanyakumari Tourism). इस जिले के वनस्पति और जीव विशाल और विविध हैं. कन्याकुमारी जिले में मरुस्थल को छोड़कर 4 प्रकार की भूमि हैं (Kanyakumari Flora and Fauna).
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