हरिभाऊ कुंडलिक बागडे (Haribhau Bagade) एक वरिष्ठ भारतीय राजनीतिज्ञ हैं, जिन्होंने महाराष्ट्र की राजनीति में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के एक मजबूत स्तंभ के रूप में अपनी पहचान बनाई है. वे महाराष्ट्र विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं और अपने साफ-सुथरे राजनीतिक व्यवहार, दृढ़ नेतृत्व और संगठन क्षमता के लिए जाने जाते हैं.
हरिभाऊ बागडे का जन्म महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में हुआ था. वे बचपन से ही सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियों में रुचि रखते थे. उन्होंने राजनीति में अपने करियर की शुरुआत भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता के रूप में की और धीरे-धीरे पार्टी में ऊपर उठते चले गए.
बागडे कई वर्षों तक महाराष्ट्र विधानसभा के सदस्य (MLA) रहे हैं. वे औरंगाबाद जिले के फुलंब्री विधानसभा क्षेत्र से चुने गए. उनकी छवि एक जमीनी नेता की रही है, जो अपने क्षेत्र के लोगों की समस्याओं को गंभीरता से लेते हैं और उनके समाधान के लिए प्रयासरत रहते हैं.
साल 2014 में भाजपा-शिवसेना गठबंधन की सरकार बनने के बाद हरिभाऊ बागडे को महाराष्ट्र विधानसभा का अध्यक्ष नियुक्त किया गया. उनका कार्यकाल निष्पक्षता और गरिमा से भरा रहा. उन्होंने सदन की गरिमा बनाए रखते हुए सभी पक्षों को बोलने का समान अवसर दिया और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा की.
हरिभाऊ बागडे को एक विनम्र, अनुशासित और सरल स्वभाव वाला नेता माना जाता है. वे पार्टी की विचारधारा के प्रति निष्ठावान रहे हैं और हमेशा संगठन को प्राथमिकता दी है. चाहे सरकार में हो या विपक्ष में, उन्होंने राजनीति को सेवा का माध्यम माना और जनता की समस्याओं को प्रमुखता से उठाया.
राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने दावा किया, "ऐसा कहा जाता है कि जोधा और अकबर की शादी हुई थी और इस कहानी पर एक फिल्म भी बनी थी. इतिहास की किताबें भी यही कहती हैं, लेकिन यह झूठ है. भारमल नाम का एक राजा था और उसने एक दासी की बेटी की शादी अकबर से कर दी थी."