उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने से आई आपदा का असर अभी खत्म नहीं हुआ है, हादसे से इलाका अभी उबरा नहीं है, रेस्क्यू ऑपरेशन अब भी जारी है और अब एक नया खतरा मंडरा रहा है. खतरा इस बार कोई नया ग्लेशियर नहीं है और ना ही किसी नए ग्लेशियर के टूटने की आशंका है. बल्कि ये खतरा पुराने टूटे हुए ग्लेशियर की ही देन है, जो इस बार झील के रूप में नजर आ रही है. देखें ये रिपोर्ट.
Uttarakhand is yet to recover from the glacier tragedy, loss of several lives, and many people losing their homes and livelihood and a new danger is visible here. This danger is due to the old broken glacier, which has made a lake and cause of fear.