हम जब कहीं पकड़ लिए जाते हैं तो हम चाहते हैं कि सामने वाला भी पकड़ा जाए. हम जब बर्बाद होते हैं, तो चाहते हैं कि सामने वाला भी बर्बाद हो जाए. खुद मिट जाने के बाद भी दूसरों को बचा लेने का भाव. ये ज्ञान है. ये जीवन का सार है. आसानी से प्राप्त होने वाली चीज़ अधिकतर धोखा है.