आपके जीवन में जो भी होता है उसके लिए सिर्फ आपके कर्म जिम्मेदार होते हैं. लेकिन आज के इस प्रतिस्पर्धा के दौर में आप जो भी कर्म करें उसमें बुद्धि का भी इस्तेमाल करें.