फेसबुक फाउंडर और सीईओ मार्क जकरबर्ग को आखिरकार हार्वर्ड से मानद डिग्री मिल गई. इस मौके पर जकरबर्ग हार्वर्ड के छात्रों को संबोधित किया. शुरुआत में तो उन्होंने पुरानी यादों को ताजा किया और बताया कि कैसे उन्होंने इसी कॉलेज से फेसबुक शुरू किया. उन्होंने फैसमैश की भी बात की जिसके वजह से उन्हें लगभग वहां से निकाल दिया गया था. उन्होंने इस दौरान यह भी बताया कि इस कॉलेज में उनके साथ सबसे खास ये रहा कि यहां उन्हें प्रेशिला चान मिलीं जो अब उनकी पत्नि हैं.
उस घटना के बारे में बताया जब उन्हें लग रहा था वो उनके कॉलेज के आखिरी दिनों में है. इसलिए उन्होंने प्रेशिला से कहा कि अब वो कॉलेज में कुछ दिनों के लिए ही हैं, इसलिए डेट पर जल्दी चलो. उन्होंने मजाकिया अंदाज में वहां के छात्रों को ऐसा ट्रिक अपनाने को कहा है.
बहरहाल इन सब से ज्यादा मार्क जकबर्ग ने अपने इस संबोधन के दौरान काफी पॉलिटिकल दिखे. उन्होंने सोशल नटवर्क से हट कर पर्यावरण, सोशल और आर्थिक बातें भी कहीं हैं.
उन्होंने फेसबुक पर एक पोस्ट किया है जिसमें वो अपने पेरेंट्स के साथ डिग्री लिए हुए दिख रहे हैं. इस पोस्ट में उन्होंने लिखा है कि मां मैं हमेशा कहता था, एक दिन वापस आउंगा और अपनी डिग्री लूंगा.
33 वर्षीय मार्क जकरबर्ग हार्वर्ड में दिक्षांत समारोह स्पीच देने वाले सबसे कम उम्र के शख्स हैं. उन्होंने लगभग 30 मिनट तक वहां के लोगों को संबोधित किया. इस दौरान उनके माता पिता और पत्नि प्रेशिला भी थीं.
संबोधन में उन्होंने इमीग्रेशन पर भी बात की. उन्होंने कहा कि कई छात्र शायद इस कॉलेज में एडमिशन न ले पाएं, क्योंकि वो अमेरिकी नागरिक नहीं हैं. वो इस दौरान थोड़े भावुक भी दिखे.
उन्होंने उन दिनों की बात भी बताई और कहा कि उन्हें जब हार्वर्ड में दाखिला मिला तो वो कितने उत्साहित थे . उन्होंने कहा, ‘जब मेरे पास सेलेक्शन का ईमेल आया उस वक्त में सिविलाइजेशन खेल रहा था मैं दौड़ कर नीचे गया और अपने डैड को बताय. पता नहीं क्यों उन्होंने उस मेल को खोलते हुए मेरा वीडियो बना लिया. वो एक सैड वीडियो हो सकता था. मैं यकीन के साथ कह सकता हूं कि हार्वर्ड में मेरा सेलेक्शन मेरे पेरेंट्स के लिए सबसे ज्यादा गर्व की बाक है.’