scorecardresearch
 

छोटे कारोबारी के लिए Google ने लॉन्च किया ये खास टूल

गूगल ने छोटे कारोबारियों को संबंधित ग्राहकों से ऑनलाइन जुड़ने में मदद करने के लिए 'स्मार्ट' कैंपेन शुरू किया है, जिससे वे मिनटों में विज्ञापन बना सकते हैं. साथ ही गूगल ने ये भी कहा कि उसके एडवर्टाइजमेंट प्रोडक्ट लाइनअप 'गूगल एडवर्ड्स' को अब 'गूगल एड्स' नाम से जाना जाएगा.

Advertisement
X
प्रतीकात्मक फोटो
प्रतीकात्मक फोटो

गूगल ने छोटे कारोबारियों को संबंधित ग्राहकों से ऑनलाइन जुड़ने में मदद करने के लिए 'स्मार्ट' कैंपेन शुरू किया है, जिससे वे मिनटों में विज्ञापन बना सकते हैं. साथ ही गूगल ने ये भी कहा कि उसके एडवर्टाइजमेंट प्रोडक्ट लाइनअप 'गूगल एडवर्ड्स' को अब 'गूगल एड्स' नाम से जाना जाएगा. 

गूगल के प्रोडक्ट मैनेजमेंट डायरेक्टर किम स्पैल्डिंग ने एक ब्लॉग पोस्ट में लिखा, 'गूगल एड्स शुरू होने से छोटे कारोबारी अब स्मार्ट कैंपेन का इस्तेमाल कर सकते हैं.'

किम ने जानकारी दी है कि फिलहाल इसे अमेरिका में शुरू किया गया है और इस साल के अंत तक इसे दुनियाभर में उपलब्ध कराया जाएगा. गूगल ने करीब 18 साल पहले अपने विज्ञापन उत्पादों की कड़ी की शुरुआत की थी.  

स्पैल्डिंग ने कहा, 'हम छोटे कारोबारियों के लिए गूगल एड्स पर इनोवेशन और एड टेक्नोलॉजी को अपनाकर स्मार्ट कैंपेन का निर्माण करते हैं. अब आप मिनटों में विज्ञापन बना सकते हैं और उनके वास्तविक परिणाम का संचालन कर सकते हैं.'

Advertisement

साथ ही गूगल ने ये भी जानकारी दी कि कंपनी इस साल के अंत तक एक नया एडवर्टाइजमेंट टूल 'इमेज पिकर' भी लॉन्च करेगी. इस टूल से कारोबारी गूगल द्वारा दिए गए तीन इमेज का इस्तेमाल कर पाएंगे या खुद भी इमेज अपलोड कर पाएंगे.

इसके अलावा आपको बता दें हाल ही में गूगल ने कहा था कि वो पत्रकारों को फर्जी खबरों का शिकार होने से बचाने के भारत में अगले एक साल में 8,000 पत्रकारों को ट्रेनिंग देगा, जिसमें अंग्रेजी समेत 6 भारतीय भाषाओं के पत्रकार शामिल होंगे.

इसके तहत, गूगल न्यूज इनीशिएटिव इंडिया ट्रेनिंग नेटवर्क देश भर के शहरों से 200 पत्रकारों का चयन करेगा, जो पांच दिनों के प्रशिक्षण शिविर में सत्यापन और प्रशिक्षण के अपने कौशल को निखारेंगे. यह शिविर अंग्रेजी समेत छह अन्य भारतीय भाषाओं के लिए आयोजित किया जाएगा.

सर्टिफाइड ट्रेनर्स के इस नेटवर्क द्वारा पत्रकारों के लिए दो दिवसीय, एक दिवसीय और आधा दिन की वर्कशॉप का आयोजन भी किया जाएगा. गूगल इंडिया ने एक बयान में कहा कि भारत के शहरों में अंग्रेजी, हिंदी, तमिल, तेलुगू, बंगाली, मराठी और कन्नड़ में ट्रेनिंग वर्कशॉप का आयोजन किया जाएगा.

(इनपुट-आईएएनएस)

Advertisement
Advertisement