नोकिया और ऐपल के बीच पिछले साल दिसंबर में पेटेंट को लेकर तकरार हुआ था और मामला मुकदमेबाजी तक पहुंच गया, जिसे मई में आपसी सहमति से सुलझा लिया गया. इसके बाद ऐपल ने मामला सुलझाने की शर्तों के तहत नोकिया को दो अरब डॉलर का एकमुश्त नगद भुगतान किया है.
टेकक्रंच में शुक्रवार को छपी रिपोर्ट के मुताबिक, नोकिया इस रकम का क्या करेगी, अभी तक बताया नहीं है. यह झगड़ा पिछले साल शुरू हुआ था, जब पेटेंट को लेकर दोनों कंपनियां उलझ गई थीं. ऐपल ने एक थर्ड पार्टी कंपनी पर पेंटेट को लेकर एंटी-ट्रस्ट मुकदमा दायर किया था, जो नोकिया की तरफ से काम करती थी. इसके बाद फिनलैंड की कंपनी नोकिया ने अमेरिकी कंपनी ऐपल पर सीधे मुकदमा दायर कर दिया.
ऐपल के मुताबिक, नोकिया ने PAES पेटेंट का दावा करने वाली संस्थाओं (एबिसिया रिसर्च एंड कॉन्वेंटेंट प्रॉपर्टी प्रबंधन) के साथ 'अवैध पेटेंट ट्रांसफर स्कीम' में ऐपल से पैसे निकालने के लिए षड्यंत्र किया था, क्योंकि नोकिया का सेल फोन कारोबार डूब रहा था.
नोकिया ने भी ऐपल के खिलाफ यूरोप और अमेरिका में सीधा मुकदमा दायर किया और आरोप लगाया कि कंपनी नोकिया के पेटेंट का उल्लंघन कर रही है. इस मुकदमे में 32 पेटेंटों का जिक्र किया गया था, जिसमें डिस्प्ले, यूजर इंटरफेस, सॉफ्टवेयर और वीडियो कोडिंग टेक्नोलॉजी शामिल थी.