Google के मौजूदा सीईओ सुंदर पिचाई को अब इसकी पैरेंट कंपनी Alphabet का भी सीईओ बनाया गया है. अब तक लैरी पेज सीईओ और सेर्गेई प्रेसिडेंट के तौर पर अपनी सेवा दे रहे थे, अब जल्द ही ये दोनों अपना इस्तीफा देने वाले हैं. इसके बाद गूगल की इस पैरेंट कंपनी की कमान सुंदर पिचाई के हाथों में आ जाएगी.
आपको बता दें रेवेन्यू के हिसाब से अल्फाबेट दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी टेक कंपनी है. दुनिया भर में Google एक काफी घरेलू नाम है. लेकिन साल 2015 में इसका नाम बदलकर अल्टफाबेट कर दिया गया और गूगल को इसकी सब्सिडियरी कंपनी बना दिया गया.
अल्फाबेट इंक अमेरिका की एक मल्टीनेशनल कंपनी है. इसका हेडक्वार्टर माउंटेन व्यू, कैलिफोर्निया में है. इसकी स्थापना 2 अक्टूबर, 2015 को गूगल के कॉर्पोरेट रिस्ट्रक्चरिंग के तौर पर की गई थी. इसका स्थापना के बाद ये गूगल और गूगल की पुरानी सहायक कंपनियों की पैरेंट कंपनी बन गई थी.
अल्फाबेट बनने के बाद नई कंपनी में गूगल के दोनों फाउंडर ने इसकी कमान अपने हाथों में ले ली थी. लैरी पेज इसके सीईओ और सेर्गेई ब्रिन प्रेसिडेंट बन गए थे. अल्फाबेट की स्थापना इस लक्ष्य के साथ की गई थी, कि गूगल को मेन इंटरनेट सर्विस बिजनेस बनाया जाए और अल्फाबेट इंटरनेट के अलावा भी अन्य व्यापार को विस्तार दे सके.
साल 2015 में 10 अगस्त को गूगल ने नई पब्लिक होल्डिंग कंपनी बनाने की घोषणा की थी. तब के गूगल सीईओ लैरी पेज ने गूगल ऑफिशियल ब्लॉग पोस्ट के जरिए इसकी घोषणा की थी. अल्फाबेट के स्ट्रक्चर के बारे में बात करें तो इसकी बड़ी सब्सिडियरी कंपनी गूगल है. इसकी बाकी सब्सिडियरी कंपनियों में Calico, DeepMind, GV, CapitalG, X, Google Fiber, Jigsaw, Makani, Sidewalk Labs, Verily, Waymo, Wing और Loon का नाम शामिल है.
अपनी स्थापना के बाद से अल्फाबेट लगातार नई कामयाबियों को छू रहा है. 2017 एनुअल रिपोर्ट के मुताबिक अल्फाबेट की रेवेन्यू का 86% हिस्सा परफॉर्मेंस एडवर्टाइजमेंट और ब्रांड एडवर्टाइजमेंट से आता है. इसमें 53 प्रतिशत हिस्सा इंटरनेशनल ऑपरेशन्स से आता है. कंपनी का मौजूदा मार्केट कैप 893 अरब डॉलर का है. अब गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट की कमान भारतीय मूल के सुंदर पिचाई के हाथों में होगी.
आपको बता दें सुंदर पिचाई की शुरुआती पढ़ाई चेन्नई से हुई थी. पिचाई ने IIT खड़गपुर से इंजीनियरिंग की थी. इसके बाद पिचाई आगे की पढ़ाई करने के लिए स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी और फिर पेन्सिल्वेनिया यूनिवर्सिटी चले गए थे.
बाद में 2004 में पिचाई ने गूगल कंपनी ज्वाइन की थी. साल 2015 में उन्हें गूगल का सीईओ बनाया गया था और अब वे अल्फाबेट के सीईओ भी होंगे.
फोटोज: रॉयटर्स