चार साल में दुनिया बदल गई. टीम से सचिन चले गए, सहवाग चले गए, फाइनल मैच के मैन ऑफ द मैच गंभीर चले गए, लेकिन उम्मीदें वहीं हैं और सवाल भी वही है कि क्या टीम इंडिया इस बार वर्ल्ड कप जीत पाएगी.