विदेशी धरती पर लगातार आठवीं हार की कगार पर खड़ी है टीम इंडिया. हम जानते हैं जिन खिलाड़ियों की बात हम करने जा रहे हैं वो महान हैं. इन्होंने भारतीय क्रिकेट को बुलंदियों तक पहुंचाया है. पर अगर हम इनकी सफलता पर तारीफ़ करते हैं, तो हम ये भी समझते हैं कि विदेशी ज़मीन पर लगातार दो सीरीज़ में क्लीन स्वीप सिर्फ बदकिस्मती से नहीं मिलती. डूब मरो, यानि शर्म करो.