
आखिरकार टीम इंडिया का टी20 वर्ल्ड कप अभियान सेमीफाइनल में पहुंचे बिना ही खत्म हो गया. सुपर-12 चरण के अपने आखिरी मैच में बिना किसी ‘लक्ष्य’ के उतरी विराट ब्रिगेड को औपचारिकता भर पूरी करनी थी. यूएई से खाली हाथ लौटने से पहले टीम इंडिया ने एक काम बखूबी किया और उसने अपने कप्तान और कोच को आखिरी जीत का तोहफा दिया.
मौजूदा टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए दूसरी टीमों के नतीजे पर टकटकी लगाई टीम इंडिया का सफर सोमवार को न्यूजीलैंड के हाथों अफगानिस्तान की हार से ही खत्म हो गया था. ऐसे में अगले दिन अधूरे मन से ही सही भारतीय टीम को नामीबिया के खिलाफ मैदान पर कदम रखना पड़ा और सांत्वना जीत हासिल की.
टीम इंडिया का 150वां टी20 इंटरनेशनल मैच
पर तारीफ करनी पड़ेगी भारतीय खिलाड़ियों की, जिन्होंने टूर्नामेंट में हुई अपनी ‘दुर्गति’ को भुलाते हुए नामीबिया को सस्ते में नहीं छोड़ा. 133 रनों के टारगेट को धूम-धड़ाके के साथ 28 गेंदें शेष रहते एक विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया. याद रहे टीम इंडिया का यह 150वां टी20 इंटरनेशनल मैच और कप्तानी छोड़ रहे विराट कोहली का 50वां मैच था. ऐसे में इस मैच को यादगार तो कहा ही जा सकता है.

कोहली की कप्तानी में भारत का 50वां मैच
टीम इंडिया की टी20 इंटरनेशनल के 150 मैचों में यह 95वीं जीत है, जिसमें तीन मैच ऐसे भी हैं जिसे उसने टाई के बाद जीता. टीम इंडिया का जीत प्रतिशत अफगानिस्तान के बाद सबसे बेहतर है. उधर, विराट कोहली की कप्तानी में 50 में से 32 मैचों में जीत हासिल हुई, जिसमें टाई वाली दो जीत भी शामिल हैं.
टूर्नामेंट से चलते-चलते ‘हिटमैन’ रोहित शर्मा भी अपने रिकॉर्ड बुक को थोड़ा और भारी करने में कामयाब रहे. नामीबिया के खिलाफ अर्धशतकीय पारी (56) के दौरान उन्होंने टी20 इंटरनेशनल में 3000 रनों के आंकड़े को छुआ. वह विराट कोहली और मार्टिन गुप्टिल के बाद ऐसा करने वाले दुनिया के महज तीसरे बल्लेबाज हैं.
विराट कोहली सेमीफाइनल में जगह नहीं बना पाने के कारण निराश दिखे. लेकिन उन्होंने कहा कि यह उनके लिए अपने काम के बोझ का प्रबंधन करने का सही समय है. मौजूदा टी20 विश्व कप से पहले ही उन्होंने घोषणा कर दी थी कि इस प्रारूप में भारतीय कप्तान के रूप में यह उनका अंतिम टूर्नामेंट होगा.