शिखर धवन की सेंचुरी के बाद जयदेव उनाद्कट की धारदार गेंदबाजी के दम पर टीम इंडिया ने मेजबान जिंबाब्वे को लगातार दूसरे वनडे मैच में मात देते हुए पांच मैचों की सीरीज में 2-0 से बढ़त बना ली है. हरारे में खेले गए दूसरे मैच में भारत ने जिंबाब्वे का सामने जीत के लिए 295 रनों का लक्ष्य रखा था, जवाब में मेजबान टीम निर्धारित 50 ओवरों में 9 विकेट पर 236 रन ही बना सकी.
खराब शुरुआत के बावजूद भारत ने धवन (116) के करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी और विकेटकीपर दिनेश कार्तिक (69) के साथ उनकी पांचवें विकेट की 167 रनों की साझेदारी से विषम परिस्थितियों से उबरते हुए आठ विकेट पर 294 रन बनाए.
धवन को कम से कम तीन जीवनदान मिले. उनके कैच 14 और 70 रन के निजी स्कोर पर छूटे, जबकि एक बार वह जिस गेंद पर आउट हुए वह नोबाल हो गई. इसके जवाब में जिंबाब्वे वुसी सिबांदा (55), प्रॉस्पर उत्सेया (नाबाद 52), एल्टन चिगुंबुरा (46) और हैमिल्टन मसाकाद्जा (34) की उम्दा पारियों के बावजूद नौ विकेट पर 236 रन ही बना पाया. उत्सेया ने चिगुंबुरा के साथ सातवें विकेट के लिए 88 रन की साझेदारी भी की लेकिन टीम जीत से काफी दूर रही.
भारत की ओर से उनाद्कट ने 41 रन देकर 4 और अमित मिश्रा ने 46 रन देकर 2 विकेट चटकाए. रवींद्र जडेजा ने किफायती गेंदबाजी करते हुए 10 ओवर में 30 रन देकर 1 विकेट चटकाया. भारत ने इसी मैदान पर पहले वनडे में मेजबान टीम को छह विकेट से हराया था. तीसरा वनडे इसी मैदान पर 28 जुलाई को खेला जाएगा.
जिंबाब्वे को सिबांदा और पाकिस्तान में जन्में सिकंदर रजा (20) ने पहले विकेट के लिए 10.4 ओवर में 45 रन जोड़कर अच्छी शुरुआत दिलाई. उनाद्कट ने शॉर्ट गेंद पर रजा को मिडविकेट पर धवन के हाथों कैच कराकर भारत को पहली सफलता दिलाई.
सिबांदा और मसाकाद्जा ने इसके बाद 9.3 ओवर में तेजी से 64 रन जोड़े. सिबांदा ने आर विनय कुमार के ओवर में दो चौके और बैकवर्ड स्क्वायर लेग पर छक्का मारा. दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने मिश्रा पर लांग आन पर छक्का जड़कर 57 गेंद में अपना 19वां अर्धशतक पूरा किया.
मसाकाद्जा ने मिश्रा की गेंद पर एक रन के साथ 20वें ओवर में टीम के रनों का सैकड़ा पूरा किया और फिर इसी ओवर में छक्का भी जड़ा. इसी ओवर में सिबांदा भाग्यशाली रहे जब कार्तिक ने उन्हें स्टंप करने का आसान मौका गंवा दिया.
उनाद्कट ने इसके बाद गेंदबाजी आक्रमण में वापसी की और पहली गेंद पर ही सिबांदा को मिश्रा के हाथों कैच करा दिया. उन्होंने 65 गेंद की अपनी पारी में चार चौके और दो छक्के मारे.
उनादकट ने इसी ओवर में जिंबाब्वे के कप्तान ब्रैंडन टेलर (00) को रन आउट करके जिंबाब्वे का स्कोर तीन विकेट पर 103 रन किया. सुरेश रैना ने स्लिप में मोहम्मद समी की गेंद पर मसाकाद्जा का कैच छोड़ा लेकिन यह बल्लेबाज इसका फायदा नहीं उठा पाया और मिश्रा की गेंद पर समी को ही कैच दे बैठा. उन्होंने 47 गेंद की अपनी पारी में एक छक्का मारा.
जडेजा ने सीन विलियम्स (05) जबकि मिश्रा ने मैल्कम वालेर (02) को एलबीडब्ल्यू आउट किया. जिंबाब्वे को अंतिम 15 ओवर में जीत के लिए 140 रन की दरकार थी, लेकिन टीम चिगुंबुरा और उत्सेया की पारियों के बावजूद लक्ष्य से काफी पीछे रही. चिगुंबुरा को मोहम्मद समी ने कार्तिक के हाथों कैच कराके इस साझेदारी को तोड़ा.
उनाद्कट ने अंतिम ओवर में काइल जार्विस (02) और ब्रायन विटोरी (00) को बोल्ड किया. इससे पहले शिखर धवन (116) और दिनेश कार्तिक (69) की शानदार पारियों के दम पर टीम इंडिया ने पांच मैचों वनडे सीरीज के दूसरे मैच में जिंबाब्वे के सामने जीत के लिए 295 रनों का मजबूत लक्ष्य रखा. टीम इंडिया ने निर्धारित 50 ओवरों में 8 विकेट पर 294 रन बनाए.
टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया शुरुआत कुछ खास नहीं रही. दूसरे ही ओवर में रोहित शर्मा (01) ब्रायन विटोरी का शिकार बन गए. उस समय भारत का स्कोर महज 2 रन था. शिखर धवन का साथ देने उतरे कप्तान विराट कोहली. कोहली ने 2 शानदार चौके जड़े और अच्छे फॉर्म में नजर आ रहे थे. लेकिन सातवें ओवर में मध्यम तेज गेंदबाज काइल जार्विस की गेंद पर कोहली मिडविकेट में खेलना चाहते थे, लेकिन मैल्कम वालेर ने गेंद को लपक लिया.
कोहली मैदान पर खड़े रहे. वालेर ने रिव्यू मांगा क्योंकि फील्डर को खुद पता नहीं था कि उसने गेंद साफ लपकी है या नहीं. तीसरे अंपायर ने कोहली को आउट करार दिया, जबकि रिप्ले से पता नहीं चल रहा था कि कैच लपका गया है या नहीं.
जिस समय कोहली को विवादास्पद फैसले पर पवेलियन लौटना पड़ा उस वक्त वो 18 गेंदों पर 14 रन बना चुके थे. 14 रनों की पारी में 2 चौके शामिल थे. इसके बाद अंबाती रायडू (05) भी ज्यादा देर क्रीज पर टिक नहीं सके और विटोरी की गेंद पर प्रॉस्पर उत्सेया को कैच थमा बैठे. सुरेश रैना (04) से उम्मीद की जा रही थी कि वो धवन का साथ दे पाएंगे और टीम इंडिया को मुश्किल हालात से उबारेंगे.
लेकिन रैना भी कुछ खास नहीं कर सके और 4 रन बनाकर तेंदई चतारा की गेंद पर आउट हो गए. इस तरह से भारत ने 65 रनों तक 4 विकेट गंवा दिए. इसके बाद कार्तिक ने धवन के साथ मिलकर पारी को संवारा और आगे बढ़ाया. दोनों ने स्कोर को 232 रनों तक पहुंचा दिया.
इस दौरान कार्तिक ने 64 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया. वहीं धवन ने 115 गेंदों पर सैंकड़ा जड़ा. कार्तिक 69 रन बनाकर रनआउट हुए. इसके बाद धवन भी 116 रन बनाकर पवेलियन लौट गए. रवींद्र जडेजा (15) और अमित मिश्रा (9) रन बनाकर पवेलियन लौटे. विनय कुमार ने आखिरी के ओवरों में शानदार बल्लेबाजी करते हुए महज 12 गेंदों पर 27 रन ठोक डाले. इस दौरान उन्होंने 2 चौके और 2 छक्के जड़े.
मोहम्मद शामी ने महज एक गेंद का सामना किया और उसपर छक्का जड़ दिया. जिंबाब्वे के लिए विटोरी ने 2 विकेट झटके.