सुरेश रैना ने अपने छह साल के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में काफी उतार चढ़ाव देखे हैं और अब विश्व कप में भारतीय टीम में अंतिम एकादश में जगह बनाने के लिये भी उन्हें यूसुफ पठान और विराट कोहली से कड़ी चुनौती मिलेगी.
लेकिन अगर उन्हें अंतिम एकादश में शामिल होने का मौका मिलता है तो यह प्रतिभाशाली बल्लेबाज बल्ले से शानदार फार्म में वापसी करना चाहेगा.
हालांकि संकेत मिल रहे हैं कि उनके लिये अंतिम एकादश में शामिल होना काफी मुश्किल होगा और वह ऐसा तभी कर सकते हैं जब कोई नियमित बल्लेबाज चोटिल होगा.
कोहली और यूसुफ पठान ने दक्षिण अफ्रीका में हुई पांच मैचों की एक दिवसीय श्रृंखला में बेहतरीन प्रदर्शन से टीम में अपनी जगह लगभग पक्की कर ली है जिससे कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के लिये रैना को शामिल करने का फैसला करना बहुत कठिन होगा.
रैना ने पत्रकारों से कहा, ‘यह अच्छा है कि टीम में मेरे, विराट और यूसुफ के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा है लेकिन जब मैं मैदान पर होता हूं तो मेरा ध्यान हमेशा मैच जीतकर टीम के लिये योगदान करने पर होता है.’{mospagebreak}
रैना ने कहा, ‘मैं आमतौर पर छठे और सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करता हूं और जब आप इस जगह पर बल्लेबाजी करते हो तो आपको बड़े शाट खेलने होते हैं. मैं 25-30 रन बना रहा हूं लेकिन मैं जानता हूं कि मैं इससे बेहतर कर सकता हूं. मैं विश्व कप में बड़ा स्कोर बनाना चाहता हूं.’
उन्होंने कहा, ‘दक्षिण अफ्रीका में मैं शार्ट गेंद पर आउट नहीं हो रहा था. मैं रन बना रहा था लेकिन बड़ा स्कोर नहीं बना पा रहा था. मैं अपने खेल पर काम कर रहा हूं और अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान लगा रहा हूं. मैं अपनी बेसिक्स भी ठीक कर रहा हूं.’ विश्व कप का आयोजन उप महाद्वीप में हो रहा है तो धोनी और उनकी टीम पर 28 साल बाद ट्राफी जीतने का काफी दबाव होगा लेकिन रैना ने कहा कि उनके दिमाग में सिर्फ एक चीज है कि उन्हें शानदार प्रदर्शन करना है.
रैना ने कहा, ‘भारत में कोई भी श्रृंखला खेलने में हमेशा दबाव होता है लेकिन मुझे नहीं लगता कि मेरे उपर कोई अतिरिक्त दबाव होगा. खिलाड़ी के लिये दबाव में नहीं आना और अपने प्रदर्शन पर ध्यान लगाना अहम होता है.’