बीते वर्ष क्रिकेट के तीनों प्रारूप में भारत की तरफ से सर्वाधिक रन बनाने वाले विराट कोहली के व्यवहार को लेकर महान सुनील गावस्कर को भी शिकायत थी लेकिन इस युवा क्रिकेटर के कोच राजकुमार शर्मा ने वादा किया है कि नए साल में दुनिया को ‘बदला हुआ कोहली दिखायी देगा.’
कोहली को इस समय कप्तान के रूप में महेंद्र सिंह धोनी का सर्वश्रेष्ठ विकल्प माना जा रहा है. गावस्कर का भी मानना है कि दिल्ली का यह क्रिकेटर कप्तान बनने पर टीम में मंसूर अली खां पटौदी जैसा जज्बा और ऊर्जा भर सकता है लेकिन उन्होंने शिकायत की थी कि शतक जमाने या कोई उपलब्धि हासिल करने के बाद कोहली जिस तरह का व्यवहार करते हैं वह उन्हें पसंद नहीं है.
शर्मा ने हालांकि कहा कि अब कोहली परिपक्व हो गया है और आगे ऐसा व्यवहार नहीं करेगा. उन्होंने कहा, ‘मैंने उसे समझा दिया है. मैं विश्वास दिलाता हूं कि वह आगे से ऐसा नहीं करेगा. वह अभी तक काफी युवा था और बहुत जल्दी जोश में आ जाता था, लेकिन अब वह परिपक्व हो गया है और नए साल में आपको पूरी तरह से बदला हुआ कोहली दिखेगा.’
उन्होंने कहा, ‘कोहली को कप्तान बनाने का फैसला चयनकर्ताओं को करना है. मैं समझता हूं कि अब वह इस जिम्मेदारी के लिए तैयार है लेकिन मैंने उसे यही सलाह दी है कि वह कप्तानी के बारे में ज्यादा नहीं सोचे और केवल रन बनाने पर ध्यान केंद्रित करे.’
वर्ष 2012 में जब भारत के दिग्गज बल्लेबाज देश और विदेश में रन बनाने के लिए जूझते रहे तब कोहली ने तीनों प्रारूप में सर्वाधिक रन बनाकर खुद को बेहतर बल्लेबाज साबित किया. उन्होंने नौ टेस्ट मैच में 49.21 की औसत और तीन शतकों की मदद से 689 रन बनाये.
कोहली ने वर्ष 2012 में केवल 17 वनडे अंतरराष्ट्रीय मैचों में 68.40 की औसत से 1026 रन बनाए जिसमें पांच शतक शामिल हैं. बीते साल उनसे अधिक रन केवल श्रीलंका के कुमार संगकारा (1184) और तिलकरत्ने दिलशान (1119) ने बनाए लेकिन इन दोनों ने कोहली से 14 मैच अधिक खेले.
शर्मा को विश्वास है कि कोहली की यह फार्म 2013 में भी बरकरार रहेगी. उन्होंने कहा, ‘बीता साल उसके लिए बहुत अच्छा रहा और मैं चाहता हूं कि वह आगे भी निरंतर अच्छा प्रदर्शन करता रहे. मुझे विश्वास है कि 2013 में वह बेहतर परिणाम देगा.’
कोहली ने टेस्ट और वनडे की तरह टी20 में भी वर्ष 2012 में शानदार प्रदर्शन किया. उन्होंने 14 मैच की 13 पारियों में 39.25 की औसत से 471 रन बनाये. वह महज एक रन से सर्वाधिक रन बनाने वाले कीवी बल्लेबाज मार्टिन गुप्टिल की बराबरी करने से चूक गये. कोहली ने इस बीच क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप में चार अर्धशतक भी लगाये.