सचिन तेंदुलकर के परिवार वालों ने कभी नहीं सोचा था कि वह मात्र 16 साल की उम्र में भारत की ओर से खेलेंगे और इतने सारे क्रिकेट रिकॉर्ड तोड़ेंगे. सचिन के भाई अजित तेंदुलकर ने हेडलाइंस टुडे चैनल के साथ खास इंटरव्यू में यह कहा. उनके संन्यास के बारे में भी अजित ने कहा कि वे पिछली कई सीरीज से लगातार संन्यास के बारे में सोच रहे थे.
अजित ने इंटरव्यू में कहा कि सचिन का टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने का फैसला सही समय पर आया है, क्योंकि वह शीर्ष पर रहते हुए जा रहा है.
उन्होंने कहा, 'हमने कभी नहीं सोचा था कि सचिन 16 बरस की कम उम्र में भारत की ओर से खेलेगा. हम कदम दर कदम आगे बढ़ने के बारे में सोच रहे थे. स्कूल स्तर से क्षेत्रीय स्तर और फिर अखिल भारतीय स्तर, अंडर 15 से अंडर 19 और फिर सीनियर स्तर और आगे.’
अजित ने कहा, ‘कभी नहीं सोचा था कि सचिन इन सभी स्तरों को पीछे छोड़कर 16 साल में भारत की ओर से खेलेगा.' उन्होंने कहा, ‘हमें उस समय गर्व और खुशी हुई जब उसे पहली बार 1989 में पाकिस्तान दौरे के लिए भारतीय टीम में चुना गया और उस समय परिवार बेहद खुश था.’
अजित ने कहा कि टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने का सचिन का फैसला परिवार के सदस्यों के लिए हैरानी भरा नहीं था, क्योंकि वह पिछले कुछ समय से सीरीज दर सीरीज संन्यास के बारे में आकलन कर रहा था.