मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन ने सोमवार को मुंबई में 'एक शाम सचिन के नाम' कार्यक्रम का आयोजन किया गया. टीम इंडिया समेत क्रिकेट जगत के कई बड़े सितारे मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के सम्मान के लिए मौजूद थे. इस दौरान सचिन ने कहा कि उन्हें ऐसे सम्मान की उम्मीद नहीं थी और इससे वे अभिभूत हैं.
सचिन तेंदुलकर ने कप्तान महेंद्र सिंह धोनी समेत पूरी टीम का धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि इस दिन को खास बनाने के लिए आप लोगों ने जो प्रयास किया है, मुझे उसकी उम्मीद नहीं थी.
मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (एमसीए) के साथ अपने अनुभव बांटते हुए सचिन ने कहा कि वे 29 साल पहले इस क्लब से जुड़े थे. तब से लेकर अब तक पूरा सफर बेहद शानदार रहा है. एमसीए ने उन्हें कभी भी किसी भी चीज की कमी नहीं होने दी. जूनियर लेवल से लेकर नेशनल स्तर तक एमसीए ने हर कदम पर उनकी मदद की.
सचिन ने कहा कि देश के लिए खेलना बड़ी बात है. इसका श्रेय एमसीए को देते हुए सचिन बोले कि जब भी उन्हें प्रेक्टिस के लिए नेट्स की जरूरत थी, वे केवल एक कॉल करते थे. उनकी एक कॉल पर ही तमाम तैयारी पूरी मिलती थी.
क्रिकेट के इस मास्टर ने युवाओं से कहा कि यह (एमसीए) एक बेहतरीन प्लेटफार्म है. युवा खिलाड़ी यहां से जितना ज्यादा हो सके, लाभ उठाएं.
सचिन के नाम पर कांदिवली जिमखाना का नाम
इसी मौके पर कांदिवली जिमखाना का नाम सचिन के नाम पर रखा गया. सचिन के नाम इस समारोह में वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के कई सदस्य भी मौजूद थे. यहां मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष शरद पवार, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण और उपमुख्यमंत्री अजित पवार मौजूद थे.
सचिन तेंदुलकर की तारीफ करते हुए शरद पवार ने कहा, 'मुझे याद है कि मई 2001 में सचिन ने वनडे में 10 हजार रन पूरे किए थे तब वानखेड़े स्टेडियम के एक स्टैंड का नाम उनपर रखा गया. इसके बाद 2002 में सचिन ने अपना 100वां टेस्ट मैच खेला. अब जब सचिन अपना 200वां टेस्ट खेलने वाले हैं तो कांदिवली जिमखाना का नाम सचिन तेंदुलकर जिमखाना कर दिया गया है. मुझे यह कहते गर्व होता है कि सचिन एमसीए के प्रोडक्ट हैं. उन्हें लगातार 24 सालों से देश और बीसीसीआई का सम्मान बढ़ाया है.'
इस सम्मान समारोह में सचिन तेंदुलकर और उनकी पत्नी अंजलि भी मौजूद थी.