एशिया कप में श्रीलंका और पाकिस्तान के खिलाफ मिली हार से टीम इंडिया के कार्यवाहक कप्तान विराट कोहली निराश नहीं हैं. उनका कहना है कि टीम की अगुवाई करने उनके लिए अच्छा अनुभव रहा और उन्हें गर्व है कि उनके युवा साथियों ने श्रीलंका और पाकिस्तान के खिलाफ मैचों में गजब का जज्बा दिखाया. भारत ये दोनों मैच हार गया था.
पाकिस्तान के हाथों एक विकेट से हारने के बाद कोहली ने कहा, 'यह मेरे लिये सीखने का अच्छा अनुभव रहा. पिछले दोनों मैचों में हमारे खिलाड़ियों ने जैसा प्रदर्शन किया उस पर मुझे गर्व है. हमने लगभग जीत दर्ज कर ली थी. यह युवा टीम है. गेंदबाजों ने जिस तरह से वापसी की उसे देखकर खुशी हुई.'
गेंदबाजी में लगातार बदलाव की अपनी रणनीति के बारे में कोहली ने कहा, 'हमारी रणनीति यह थी वे एक गेंदबाज को नहीं समझ पाएं. हमारा स्कोर अच्छा नहीं था और ऐसे में गेंदबाजों ने अच्छा प्रयास किया. मिश्रा को टर्न मिल रहा था और मैंने उनके दो ओवर बचा के रखे. अश्विन भी डेथ ओवरों में गेंदबाजी करने के प्रति आश्वस्त था और इसलिए मैंने उसके भी दो ओवर बचा रखे थे.'
कोहली ने कहा, 'यह मैच किसी के भी पाले में जा सकता था लेकिन हम 20-30 रन पीछे रह गये.'