130 करोड़ के ड्रग्स रैकेट में बुरे फंसते जा रहे हैं बॉक्सर विजेंदर सिंह. 8 मार्च को चंडीगढ़ के पास जीरकपुर के एक घर से बरामद 26 किलो हेरोइन के मामले में विजेंदर पर लगा है सनसनीखेज इल्जाम.
विजेंदर पर ये आरोप किसी और ने नहीं बल्कि उनके साथी बॉक्सर राम सिंह ने लगाया है. सुपर हैवीवेट बॉक्सर राम सिंह पटियाला के राष्ट्रीय खेल संस्थान में विजेंदर के साथ एक ही कमरे में रहते थे. बताया जाता है विजेंदर की सिफारिश पर ही राम सिंह को एनआईएस में भर्ती किया गया था.
इस बीच पंजाब पुलिस ने रविवार को कहा कि ओलंपिक कांस्य पदक विजेता मुक्केबाज विजेंदर सिंह से 130 करोड़ रूपये की 26 किग्रा हेरोइन बरामदगी के संबंध में पूछताछ की जायेगी. वहीं राम सिंह को राष्ट्रीय खेल संस्थान (एनआईएस) से बाहर कर दिया गया क्योंकि उन्होंने स्वीकार किया कि उसने इस स्टार मुक्केबाज के साथ ड्रग्स का सेवन किया था.
हालांकि, आजतक से बातचीत में रामसिंह ने ये कहकर विजेंदर का बचाव किया कि उन्हें नहीं पता था कि जो चीज वो ले रहे हैं वो हेरोइन है. राम सिंह के मुताबिक फूड सप्लीमेंट या पॉवर टॉनिक समझकर उन्होंने विजेंदर ने ड्रग्स ली थी लेकिन, रामसिंह के खुलासे ने विजेंदर को संदेह के कटघरे में तो खड़ा कर ही दिया है.सूत्रों के मुताबिक राम सिंह ने पुलिस के सामने कई और खुलासे किए हैं.
राम सिंह ने ये कबूल कर लिया है कि ये ड्रग्स उन्हें एनआरआई अनूप सिंह काहलों से ही मिला था.
सूत्रों के मुताबिक राम सिंह ने कबूला है कि उसने और विजेंदर सिंह ने एक जनवरी से 26 फरवरी के बीच 2-3 बार ड्रग्स का सेवन किया था. राम सिंह ने पुलिस को ये भी बताया है कि गाड़ी में चंडीगढ़ से पटियाला के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्पोर्ट्स जाते हुए रास्ते में विजेंदर ने पहली बार ड्रग्स का सेवन किया था. राम सिंह ने खुलासा किया है कि पहली बार अनूप सिंह ने दिसंबर 2012 में उसे 2 ग्राम ड्रग्स दी थी, जिसका उसने पैसा भी नहीं लिया था.
फतेहगढ़ साहिब के एसएसपी हरदयाल सिंह मान ने कहा कि हम पूछताछ के लिये विजेंदर को बुलायेंगे. हालांकि इस समय हमारी जांच का केंद्र इस मामले में अन्य तस्करों को पकड़ना है.
उन्होंने कहा कि हम इस मामले में तीन.चार मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार करेंगे, इसके बाद ही हम विजेंदर पर ध्यान लगायेंगे.
पंजाब पुलिस में हेडकांस्टेबल और राष्ट्रीय चैम्पियनशिप के सुपर हैवीवेट वर्ग के पूर्व पदक विजेता राम सिंह ने फतेहगढ़ साहिब में स्वीकार किया कि उसने कुछ मौकों पर विजेंदर सिंह के साथ ड्रग्स ली थी, इसके बाद उन्हें एनआईएस से निलंबित कर दिया गया.
एनआईएस के कार्यकारी निदेशक एलएस राणावत ने कहा कि राम को सोमवार को शिविर से रिलीव कर दिया जाएगा. हरियाणा पुलिस में डीएसपी 27 वर्षीय विजेंदर ने इस प्रकरण में जुड़े होने या ड्रग्स लेने से सिरे से इनकार कर दिया है.