स्युंगयू यू के तीन गोल की बदौलत दक्षिण कोरिया ने दो गोल से पिछड़ने के बाद जोरदार वापसी करते हुए जूनियर पुरुष हॉकी विश्व कप के पूल सी के मैच में भारत को 3-3 से बराबरी पर रोककर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई और भारत अंतिम आठ में जगह नहीं बना सका.
वहीं दूसरी तरफ पूल सी के एक अन्य मैच में हॉलैंड ने कनाडा को 7-0 से रौंदकर लगातार तीसरी जीत से नौ अंक के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया. भारतीय टीम एक समय 3-1 से आगे चल रही थी लेकिन स्युंगयू ने दो मिनट में दो गोल दागकर भारत को जीत और क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने से वंचित कर दिया. भारत को अंतिम आठ में जगह बनाने के लिए यह मैच जीतना जरूरी था. भारत और कोरिया के तीन मैचों में एक जीत, एक ड्रा और एक हार से बराबर चार-चार अंक रहे लेकिन कोरिया ने बेहतर गोल अंतर के कारण पूल में दूसरे स्थान पर रहते हुए अंतिम आठ में जगह बनाई. भारत का गोल अंतर शून्य रहा और टीम तीसरे स्थान पर रही.
भारत की ओर से गुरजिंदर सिंह (32वें और 35वें मिनट) ने दो जबकि मनदीप सिंह (45वें मिनट) ने एक गोल दागा. कोरिया की ओर से तीनों गोल स्युंगयू यू (16वें, 58वें और 60वें मिनट) ने किए. भारत को एक बार फिर अंतिम 15 मिनट भारी पड़े जिसमें कोरिया टीम ने जोरदार वापसी की. कोरिया ने अपने तीनों गोल पेनल्टी कार्नर पर किए जबकि भारत ने भी पांच में से दो पेनल्टी कार्नर पर गोल दागे.
घरेलू दर्शकों के समर्थन के बीच भारत ने तेज शुरुआत की और उसे दूसरे मिनट में ही पेनल्टी कार्नर मिला जो बेकार गया. कोरिया ने भी इसके बाद पलटवार किया और उसे भी पेनल्टी कार्नर मिला लेकिन स्युंगयू यू की दमदार ड्रैग फ्लिक पोल से टकराकर बाहर आ गई. भारत ने शुरुआती 10 मिनट में कई मूव बनाए लेकिन कोरियाई डिफेंस को छकाने में नाकाम रहे. मेजबान टीम को 11वें मिनट में गोल करने का अच्छा मौका मिला लेकिन मनदीप सिंह का शॉट गोल के ऊपर से निकल गया. कोरिया को इसके बाद दो पेनल्टी कार्नर मिले. पहले पेनल्टी कार्नर स्युंगयू का शॉट निशाने से दूर रहा लेकिन दूसरे पर उनकी दमदार ड्रैग फ्लिक भारतीय गोलकीपर सुशांत टिर्की को छकाती हुई गोल में समा गई. गोल गंवाने के बाद भारतीय टीम थोड़ा रक्षात्मक हो गई. टीम ने हालांकि हमले जारी रखे लेकिन उसने अधिकांश मूव दायें छोर से बनाए जिन्हें रोकने में कोरियाई डिफेंस का कोई परेशानी नहीं हुई. टीम ने 27वें मिनट में शानदार मूव बनाया. जिनकांग रिंग ने गेंद ह्योंगजिन किम के पास पहुंचाई जिन्होंने इसे इनवू सियो को बढ़ा दिया. सियो भारतीय डिफेंडरों को छकाते हुए भारतीय सर्कल में दाखिल हुए लेकिन उनका शॉट निशाने से दूर रहा.
भारत को 29वें मिनट में दूसरा पेनल्टी कार्नर मिला लेकिन इस बार भी अमित रोहिदास का निशाना चूक गया. मेजबान टीम को दो मिनट बार एक और पेनल्टी कार्नर मिला और इस बार गुरजिंदर सिंह ने इसे गोल में पहुंचाने में कोई गलती नहीं की. भारत को पहले हाफ के अंतिम मिनट में एक और पेनल्टी कार्नर मिला और इस बार भी गुरजिंदर ने इसे गोल में बदलने में कोई चूक नहीं की. मध्यांतर तक भारतीय टीम 2-1 से आगे रही. दूसरे हाफ में भारतीय टीम ने लगातार हमले बोलकर कोरिया को दबाव में रखा. भारत को 44वें मिनट में पेनल्टी कार्नर मिला लेकिन इस बार गुरजिंदर चूक गए. मनदीप ने हालांकि अगले ही मिनट में शानदार मैदानी गोल दागकर भारत को 3-1 से आगे कर दिया. रमनदीप सिंह ने गेंद सतबीर सिंह को थमाई जिनसे पास पर मनदीप ने गेंद को गोल के अंदर डिफलेक्ट कर दिया. एक मिनट बाद मनदीप ने एक और गोल दागा लेकिन इसे अंपायर ने नकार दिया. भारत ने टीवी रैफर लिया लेकिन वीडियो अंपायर भी मैदानी अंपायर से सहमत दिखे. खेल दोबारा शुरू होते ही मनदीप को एक और मौका मिला लेकिन इस बार उनका शॉट निशाने से काफी दूर रहा. स्युंगयू ने इसके बाद भारतीय प्रशंसकों की दिलों की धड़कनें बढ़ा दी. इस कोरियाई ड्रैग फ्लिकर ने 58वें और 60वें मिनट में पेनल्टी कार्नर पर गोल दागकर कोरिया को 3-3 से बराबरी दिला दी. भारत ने अंतिम लम्हों में गोल दागने की भरसक कोशिश की लेकिन उसके सभी प्रयास नाकाम रहे.
भारत अब नौवें से 12वें स्थान के लिए खेलेगा जबकि कोरिया को क्वार्टर फाइनल में पूल डी में शीर्ष पर रहे मलेशिया से भिड़ना है. इससे पहले हॉलैंड को कनाडा को हराने में बिलकुल भी मशक्कत नहीं करनी पड़ी. टीम ने शुरुआत से ही दबदबा बनाया और अधिक समय खेल कनाडा के सर्कल में ही खेला गया. हॉलैंड ने पहले हाफ में चार जबकि दूसरे हाफ में तीन गोल दागे. टीम की ओर से मिलान वान बाल (23वें और 47वें मिनट) और कप्तान रोएल बोवेनडर्ट (34वें और 64वें मिनट) ने दो-दो गोल दागे जबकि टाम हिबेनडाल (10वें मिनट), रिक वान कान (21वें मिनट) और ट्रिस्टन अल्गेरा (57वें मिनट) ने एक-एक गोल किया. हॉलैंड की टीम अब क्वार्टर फाइनल में पूल डी में दूसरे स्थान पर रही न्यूजीलैंड की टीम से भिड़ेगी. कनाडा की टीम अपने तीनों मैच गंवाकर पूल में अंतिम स्थान पर रही.