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कर्जे में डूबे जेपी ग्रुप की F-1 ट्रैक बेचने की योजना नहीं

कर्ज में डूबे जेपी ग्रुप के लिए बुद्ध अंतरराष्ट्रीय सर्किट (बीआईसी) पर फॉर्मूला वन की वापसी प्राथमिकता की सूची में नहीं है लेकिन साथ ही इस ट्रैक के प्रमुख समीर गौड़ ने कहा कि उनकी इस 40 करोड़ डॉलर के ट्रैक को बेचने की योजना नहीं है जिससे भारत को वर्ल्ड मोटरस्पोर्ट के नक्शे पर जगह दिलाई.

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ग्रेटर नोएडा में है यह F1रेस ट्रैक
ग्रेटर नोएडा में है यह F1रेस ट्रैक

कर्ज में डूबे जेपी ग्रुप के लिए बुद्ध अंतरराष्ट्रीय सर्किट (बीआईसी) पर फॉर्मूला वन की वापसी प्राथमिकता की सूची में नहीं है लेकिन साथ ही इस ट्रैक के प्रमुख समीर गौड़ ने कहा कि उनकी इस 40 करोड़ डॉलर के ट्रैक को बेचने की योजना नहीं है जिससे भारत को वर्ल्ड मोटरस्पोर्ट के नक्शे पर जगह दिलाई.

जेपी स्पोर्ट्स इंटरनेशनल के प्रबंध निदेशक समीर गौड़ ने कहा, ‘हां, निकट भविष्य में फॉर्मूला-1 समेत किसी बड़ी रेस की मेजबानी के बारे में नहीं सोच रहे. इसका कारण सब जानते हैं बावजूद इसके हमारा सर्किट बेचने का विचार नहीं है. यह विचार कभी हमारे दिमाग में नहीं आया.’

साल 2011 से 2013 तक तीन सत्र में रेस के आयोजन के बाद बीआईसी को फॉर्मूला-1 कैलेंडर से हटा दिया गया था और तब से यहां किसी बड़ी अंतरराष्ट्रीय रेस का आयोजन नहीं हुआ है. सर्किट के रखरखाव का खर्च काफी अधिक है और कुछ घरेलू प्रतियोगिताओं के अलावा वाहनों की टेस्टिंग से इसके संचालन का खर्चा निकल रहा है.

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गौड़ ने कहा, ‘बीआईसी जैसी बड़ी सुविधा का रखरखाव निश्चित तौर पर मुश्किल है लेकिन अड़चनों के बावजूद हम ऐसा करने में सफल रहे हैं. बढ़ते कर्ज के कारण मुश्किल का सामना कर रहे गौड़ हालांकि आशावादी हैं और उन्हौंने वादा किया कि निकट भविष्य में नहीं तो कभी ना कभी बीआईसी पर एफवन की वापसी होगी.’

उन्होंने कहा, ‘हमने फॉर्मूला-1 जैसी बड़ी प्रतियोगिताओं की मेजबानी के लिए इतना बड़ा सर्किट बनाया है. हां, मौजूदा हालात में हमारा ध्यान इस पर नहीं है लेकिन जब स्थिति में सुधार होगा तो हम ट्रैक का बेहतर इस्तेमाल करने के बारे में निश्चित तौर पर सोचेंगे.’

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