दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट टीम के कोच गैरी कर्स्टन ने पहली बार सार्वजनिक तौर पर स्वीकार किया है कि उनकी टीम को चोकर (अहम मुकाबलो में घुटने टेकने वाली टीम) कहना गलत नहीं होगा.
सर्वोच्च वरीय टेस्ट टीम के कोच के तौर पर कर्स्टन ने यह बात इंग्लैंड के हाथों चैंपियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल मुकाबले में मिली करारी हार के बाद कही. उनका कहना है कि यह दुखदाई है लेकिन सच्चाई भी है.
कर्स्टन ने कहा, 'हमें खुद के साथ ईमानदारी से पेश आना होगा. मेरी समझ से हमें चोकर कहना गलत नहीं होगा क्योंकि बुधवार को ओवल मैदान पर जो हुआ, वह इसका सबूत है. यह भयावह स्थिति है लेकिन हमें इसे स्वीकार करना होगा. हमने अपने खराब खेल से एक बार फिर अपनी प्रतिष्ठा को धूमिल किया है.'
यह पहला मौका है जब दक्षिण अफ्रीकी टीम के किसी अधिकारी ने यह स्वीकार किया है कि बीते दो दशक से दुनिया उनकी टीम के बारे में जो राय रखती है, वह गलत नहीं है.