स्कॉटलैंड के ग्लासगो शहर में आज 20वें कॉमनवेल्थ खेल शुरू हो जाएंगे. उद्घाटन समारोह में भारत के महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर विशेष भूमिका निभाएंगे. 24 साल के शानदार करियर के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने वाले सचिन यूनिसेफ के ग्लोबल गुडविल एंबेसडर के रूप में यहां मौजूद रहेंगे.
यूट्यूब पर भी लाइव प्रसारण
कार्यक्रम भारतीय समय के मुताबिक रात 12:30 बजे शुरू होगा और दो घंटे से ज्यादा समय तक चलेगा.
क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय क्वीन्स बेटन पर लिखा संदेश पढ़ेंगी और खेलों की शुरुआत का ऐलान करेंगी. इस
बेटन ने 248 दिन में 71 कॉमनवेल्थ क्षेत्रों और देशों का दौरा किया है. स्कॉटलैंड के महान गायक और
ग्रैमी पुरस्कार विजेता रोड स्टीवर्ट इस दौरान परफॉर्म करेंगे. स्कॉटलैंड की सिंगर सुसान बायल भी
उद्घाटन समारोह का आकर्षण होंगी. उद्घाटन समारोह यूट्यूब पर भी लाइव दिखाया जाएगा जो
कॉमनवेल्थ खेलों में पहली बार हो रहा है.
समारोह में सचिन का रोल अभी स्पष्ट नहीं
यूनिसेफ ने दुनिया भर में बच्चों के सामने आ रही समस्यों के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए ग्लासगो
कॉमनवेल्थ खेलों के आयोजकों और कॉमनवेल्थ खेल महासंघ के साथ साझेदारी की है. लेकिन तेंदुलकर
किस तरह से इस समारोह का हिस्सा होंगे यह पता नहीं चला है क्योंकि आयोजकों ने इस बारे में कुछ भी
जानकारी देने से इनकार कर दिया है. इस समारोह में कॉमनवेल्थ प्रमुख महारानी एलिजाबेथ द्वितीय,
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड केमरन और कैबिनेट के उनके साथी, स्कॉटलैंड के फर्स्ट मिनिस्टर एलेक्स
सालमंड और सरकार में उनके साथी और कॉमनवेल्थ देशों के अन्य पदाधिकारी हिस्सा लेंगे.
11 मीटर की LED स्क्रीन पर उभरेगी ट्रांसमिशन इमेज
उद्घाटन समारोह के दौरान लगभग 100 मीटर चौड़ी और 11 मीटर उंची एलईडी स्क्रीन सेल्टिक पार्क में
साउथ स्टैंड के सामने से उभरेगी जिसमें रात को होने वाले कार्यक्रम की ट्रांसमिशन इमेज दिखाई जाएगी.
दिल्ली कॉमनवेल्थ खेल 2010 के दौरान उद्घाटन और समापन समारोह में ऐयरोस्टेट आकर्षण का केंद्र
बना था जिसे करोड़ों की लागत से खरीदा गया था. स्कॉटलैंड के प्रतिष्ठित फुटबाल क्लब सेल्टिक के मैदान
के टर्फ को वुडन फ्लोरिंग से कवर कर दिया गया है जबकि स्कोरबोर्ड की जगह विशाल एलईडी स्क्रीन
लेगी जिससे मैदान की क्षमता घटकर 35000 हो गई है.
भारत की नजरें शीर्ष तीन में रहने पर
पिछले कॉमनवेल्थ खेलों में मिली अप्रतिम सफलता को दोहराना शायद इस बार भारत के लिए संभव न
हो, लेकिन 215 सदस्यीय भारतीय दल शीर्ष तीन में जगह जरूर बनाना चाहेगा. दिल्ली कॉमनवेल्थ खेल
2010 में भारत रिकॉर्ड 101 पदक जीतकर ऑस्ट्रेलिया के बाद दूसरे स्थान पर रहा था. दिल्ली
कॉमनवेल्थ खेलों के बाद भारत ने 2010 ग्वांग्झू एशियाई खेलों में भी रिकॉर्ड प्रदर्शन करते हुए 65 पदक
जीते. दो साल बाद लंदन ओलंपिक में भारत ने छह पदक जीते.
इन खेलों में ब्रिटिश उपनिवेश रहे 71 देशों के 4500 खिलाड़ी पदकों के लिये भिड़ेंगे जिनमें फर्राटा सुपरस्टार उसेन बोल्ट और मध्यम और लंबी दूरी के धावक इंग्लैंड के मो फराह आकर्षण का केंद्र होंगे. ओलंपिक और एशियाई खेलों के बाद तीसरे सबसे बड़े खेल आयोजन में 11 दिन तक 18 खेलों में 261 पदक दाव पर होंगे.