राष्ट्रमंडल खेल गांव की सफाई एवं रखरखाव पर उठ रहे सवालों से अप्रभावित सरकार ने मंगलवार को कहा कि ये ‘कोई बड़े मुद्दे’ नहीं हैं और इससे देश की छवि पर कोई असर नहीं हुआ है. सरकार ने जोर देते हुए कहा कि गेम फेडरेशन द्वारा उठाए गए सवालों से देश की छवि को कोई आंच नहीं आयी है.
केंद्रीय शहरी विकास मंत्री जयपाल रेड्डी ने दावा किया कि अगले महीने होने वाले खेल ‘पूर्ण विश्वस्तरीय होंगे’ और उसके पहले कोई राय नहीं बनायी जानी चाहिए. रेड्डी ने संवाददाताओं से कहा, ‘ये शिकायतें सफाई और रखरखाव से संबंधित हैं. इस शिकायतों की ओर ध्यान दिया जा रहा है. अधिक संख्या में श्रमिकों और अधिकारियों को लगाया गया है.’ उन्होंने कहा, ‘यह कोई बड़ा मुद्दा नहीं है.’
उल्लेखनीय है कि रेड्डी राष्ट्रमंडल खेलों से संबंधित मंत्री समूह के प्रमुख भी हैं. वह राष्ट्रमंडल खेल महासंघ प्रमुख माइकल फेनेल की आलोचना के बारे में पूछे जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे. फेनेल ने खेल गांव को ‘गंदा और रहने योग्य नहीं’ करार दिया था. रेड्डी ने कहा, ‘मैं कहूंगा कि खेलों के पहले कोई राय नहीं बनायी जाए. भारत की छवि प्रभावित नहीं हुई है. कृपया खेलों के पूर्व कोई राय नहीं बनाएं. छवि इस बात पर निर्भर करेगी कि हम किस प्रकार खेलों का आयोजन करते हैं.’
खेलों के सफलतापूर्वक संपन्न होने के प्रति विश्वास जताते हुए उन्होंने कहा, ‘मैं 100 प्रतिशत आश्वस्त हूं और मुझे आयोजन को लेकर कोई संदेह नहीं है.’ यह पूछे जाने पर कि क्या खेलों के आयोजन की जिम्मेदारी राष्ट्रमंडल खेल आयोजन समिति से लेने की सरकार की कोई योजना है, मंत्री ने इससे इनकार किया और कहा कि बीच में कोई फेरबदल नहीं होगा.