क्रिकेट के सबसे बड़ी प्रतियोगिता आईसीसी विश्व कप के लिये अब जबकि केवल चार दिन का समय बचा है तब भारत के लिये अपने मध्यक्रम के बल्लेबाजों विशेषकर कप्तान महेंद्र सिंह धोनी, युवराज सिंह और सुरेश रैना की लचर फॉर्म चिंता का विषय बनी हुई है.
दक्षिण अफ्रीका में एकदिवसीय श्रृंखला में बुरी तरह फ्लॉप रहे ये बल्लेबाज ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रविवार को चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गये अभयास मैच में भी नहीं चल पाये जिससे भारतीय टीम 214 रन पर ही सिमट गयी. धोनी ने 24 गेंद का सामना किया लेकिन इस बीच वह केवल 11 रन बना पाये.
पिछले एक साल से उनका बल्ला रूठा हुआ है जबकि हाल में वह लगातार रन बनाने के लिये तरसते रहे. धोनी ने पिछले साल दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 21 फरवरी से शुरू हुई एकदिवसीय श्रृंखला से लेकर अब तक जो 18 वन डे मैच खेले हैं उनमें उन्होंने 32.73 की औसत से 491 रन बनाये जबकि उनका ओवरऑल औसत 48.70 है. {mospagebreak}
पिछले एक साल में लचर प्रदर्शन के कारण ही धोनी का औसत 50 से नीचे गिरा. दक्षिण अफ्रीकी दौरे में तो वह किसी भी मैच में विश्वसनीय बल्लेबाजी नहीं कर पाये और उन्होंने पांच मैच में केवल 75 रन बनाये जबकि पिछले छह मैच में वह 12.5 की औसत से ही रन बना पाये हैं.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अभ्यास मैच में केवल एक रन बनाने वाले युवराज ने पिछले एक वर्ष में जो 15 मैच खेले हैं उनमें 28.66 की औसत से 344 रन बनाये हैं. दक्षिण अफ्रीकी दौरे में उनके नाम पर 18.2 की औसत से 91 रन दर्ज थे.
कप्तान धोनी हालांकि बल्लेबाजों की फॉर्म को लेकर खास चिंतित नहीं हैं. उन्होंने हाल में कहा था, ‘बल्लेबाजों की फॉर्म हमारे लिये चिंता का विषय नहीं है. बैंगलोर में शिविर के दौरान हम कुछ खास क्षेत्रों पर काम करेंगें.’ चार दिवसीय शिविर में भारतीय टीम ने मुख्य रूप से बल्लेबाजी पर ध्यान दिया. धोनी, युवराज और रैना तीनों ने भी नेट्स पर काफी समय बिताया लेकिन पहले अभ्यास मैच में उसका कोई फायदा नहीं दिखा. {mospagebreak}
भारत के अन्य बल्लेबाज हालांकि अच्छी फॉर्म में हैं. वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ श्रृंखला में नहीं खेले लेकिन इन दोनों ने इससे पहले के मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया. सहवाग ने पिछले साल 9 वन डे खेले जिसमें उन्होंने 344 रन बनाये और उनका औसत 43 रन प्रति पारी रहा जबकि उनका ओवरआल औसत 34.64 है. सहवाग ने अभ्यास मैच में भी अर्धशतक जमाया.
गंभीर ने भी 2010 में नौ मैच में 532 रन बनाये. दिल्ली के ही एक अन्य बल्लेबाज विराट कोहली ने पिछले एक साल में 25 मैच में 913 रन ठोके जबकि खतरनाक युसूफ पठान ने 21 फरवरी 2010 से लेकर 15 मैच में 49.66 की औसत से रन बनाये. सचिन तेंदुलकर इस बीच केवल चार मैच ही खेल पाये और संभवत: वह न्यूजीलैंड के खिलाफ 16 फरवरी को अभ्यास मैच खेलकर विश्व कप की तैयारियों को पुख्ता अंजाम देना चाहेंगे.