'फैब फोर' यानी कि सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण का जमाना तो गया लेकिन टीम इंडिया को 'शिखर' तक ले जाने के लिए तीन 'विराट' बल्लेबाज तैयार हो चुके हैं. वनडे क्रिकेट में अपने बल्ले से इन तीनों क्रिकेटरों ने ऐसी धूम मचाई है कि इस साल सबसे ज्यादा रन बनाने वाले टॉप थ्री बल्लेबाज ये ही तीन हैं. विराट कोहली, रोहित शर्मा और शिखर धवन इन तीनों ने मिलकर टीम इंडिया की बल्लेबाजी को न केवल मजबूती दी है बल्कि 'फैब फोर' के जाने के गम को भी कुछ कम किया है.
साल 2013 में तो इन तीनों का बल्ला जमकर बोला है और यही कारण है कि टीम इंडिया ने सीरीज जीतने का 'छक्का' भी जड़ डाला है. इन तीनों के बल्ले का बोलबाला ऐसा रहा कि इस साल वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वालों की लिस्ट में पहले तीन नाम इनके ही हैं. इन तीनों की करिश्माई बल्लेबाजी के दम पर वनडे क्रिकेट में टॉप पर बनी हुई है टीम इंडिया.
साल के बेस्ट बल्लेबाजों में टॉप थ्री हैं टीम इंडिया के 'त्रिदेव'
नंबर-1 हैं विराट
इस लिस्ट में सबसे पहले नाम आता है विराट कोहली का. विराट ने साल 2013 में अभी तक 31 मैच खेले हैं और इस दौरान उनके बल्ले ने 1237 रन उगले हैं. विराट के बल्ले से रन 56.22 के औसत से निकले और इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 98.17 रहा. जब भी टीम इंडिया की पारी लड़खड़ाई विराट ने इसे संभाला भी और संवारा भी. कोहली ने इस साल 4 'विराट' शतक जड़े जबकि 7 बार उन्होंने हाफसेंचुरी ठोकी. इन सात हाफसेंचुरी में एक बार तो विराट 99 पर आउट हुए वरना आंकड़ा 5 शतक और 6 अर्धशतक का होता.
नंबर-2 हैं रोहित शर्मा
विराट से कुछ रन पीछे हैं रोहित शर्मा. रोहित शर्मा ने इस साल खराब फॉर्म से उबरकर टीम में जोरदार वापसी की. रोहित ने इस साल 25 मैच खेले और 1159 रन ठोक डाले. इस दौरान उनका औसत 55.19 रहा जबकि स्ट्राइक रेट 82.14 का. शर्मा ने 2 शतक जड़े और 8 हाफसेंचुरी भी लगाई. रोहित ने अपनी ठोस बल्लेबाजी से दिखा दिया कि खराब फॉर्म चंद दिनों की बात होती है और फॉर्म में आकर वो किसी भी गेंदबाज की बखिया उधेड़ सकते हैं.
नंबर-3 हैं शिखर धवन
इस लिस्ट में शिखर धवन हैं तीसरे नंबर पर. धवन के नाम पर 23 मैचों में दर्ज हैं 1150 रन. लेकिन सेंचुरी के मामले में वो विराट और रोहित से भी आगे हैं. उन्होंने इस साल 5 सेंचुरी जड़ी हैं. धवन ने 54.76 के औसत और 98.12 के स्ट्राइक रेट से ये रन बनाए हैं. इस दौरान शिखर के बल्ले से 4 हाफसेंचुरी भी निकलीं.
देश ही नहीं विदेशों में भी चला त्रिदेव का बल्ला
2013 में इनका बल्ला जितना अपनी सरजमीं पर चला उतना ही विदेशी पिचों पर भी. विराट कोहली की बात करें तो उन्होंने इस साल विदेशी पिचों पर 15 मैचों में 13 पारियां खेली. इस दौरान उनके बल्ले से 52.10 की औसत से 521 रन निकले. 2 शतक और 2 अर्धशतक भी कोहली ने विदेशी जमीं पर जड़ा. वहीं रोहित शर्मा ने 14 मैच भारत से बाहर खेले और 41.08 की औसत से 493 रन बनाए. इस दौरान रोहित ने 5 अर्धशतक ठोके. वहीं शिखर धवन ने 14 मैच विदेश सरजमीं पर खेले और 54.38 की औसत से 707 रन ठोक डाले. धवन ने 3 सेंचुरी और 2 हाफसेंचुरी लगाई.
टीम इंडिया ने लगाया सीरीज जीतने का 'छक्का'
जनवरी 2013, इंग्लैंड का भारत दौरा- पांच मैचों की सीरीज भारत ने 3-2 से अपने नाम की.
जून 2013, चैंपियंस ट्रॉफी- मिनी वर्ल्डकप के नाम से मशहूर इस टूर्नामेंट में भारत ने अजेय रहते हुए खिताब अपने नाम किया.
जून-जुलाई 2013, वेस्टइंडीज में ट्राई सीरीज (वेस्टइंडीज, श्रीलंका और भारत)- भारत ने सीरीज में कुल 6 मैच खेले, जिसमें से 3 जीते और दो हारे. फाइनल में श्रीलंका को हराकर जीती सीरीज.
जुलाई-अगस्त 2013, भारत का जिंबाब्वे दौरा- पांच मैचों की सीरीज में टीम इंडिया ने क्लीन स्वीप किया.
अक्टूबर 2013, ऑस्ट्रेलिया का भारत दौरा- 6 मैचों की सीरीज को भारत ने 3-2 से जीता.
नवंबर 2013, वेस्टइंडीज का भारत दौरा- 3 मैचों की सीरीज भारत मे 2-1 से जीती.
अगर ये 'त्रिदेव' आने वाले सालों में भी ऐसे ही बल्लेबाजी करते रहे तो ये कहना गलत नहीं होगा कि टीम इंडिया को 'फैब फोर' की कमी नहीं खलेगी और टीम ऐसे और भी सीरीज जीतने के छक्के लगाती रहेगी.