ट्वेंटी-20 विश्व कप अब निर्णायक मुकाम तक पहुंचने को है. गुरुवार को विश्व कप के चौथे संस्करण का पहला सेमीफाइनल खेला जाएगा, जिसमें मेजबान श्रीलंका और 2009 की चैंपियन पाकिस्तानी टीम आमने-सामने होंगे.
मेजबान और घरेलू हालात का ज्ञान होने के नाते श्रीलंका का पलड़ा भारी लग रहा है लेकिन उसके लिए पाकिस्तान को किसी कोण से कम आंकना भारी पड़ सकता है. श्रीलंका एकमात्र टीम है, जिसने सुपर-8 दौर में अपने तीनों में मैच जीते हैं.
इस लिहाज से श्रीलंकाई खिलाड़ी मनोवैज्ञानिक बढ़त के साथ आर. प्रेमदासा स्टेडियम में उतरेंगे. साथ ही साथ उन्हें बड़ी संख्या में जुटने वाले घरेलू दर्शकों की वाहवाही से भी बल मिलेगा.
पाकिस्तान का प्रदर्शन अच्छा रहा है. सुपर 8 दौर में भारत से हारने के अलावा उसने दक्षिण अफ्रीका और निर्णायक मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को पराजित किया. ऑस्ट्रेलिया को हराना उसके लिए सबसे सकारात्मक पक्ष रहा क्योंकि इससे उसके खिलाड़ियों को काफी बल मिला है.
पाकिस्तान ने सुपर 8 दौर के अपने पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका को दो विकेट से हराया था लेकिन अगले ही मुकाबले में उसे भारत के हाथों पटखनी खानी पड़ी थी. इसके बाद उसने ऑस्ट्रेलिया को हराकर अंतिम चार में जगह पक्की की.
पाकिस्तान खुशकिस्मत रहा कि भारत को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपने अंतिम सुपर 8 मैच में अपेक्षित अंतर से जीत नहीं मिली और वह खिताब की दौड़ से बाहर हो गया. भारत ने अगर दक्षिण अफ्रीका को 31 रनों से हरा दिया होता तो पाकिस्तान का पत्ता कट चुका होता.
इस लिहाज से जहां पाकिस्तान अपने अच्छे खेल और काफी हद तक किस्मत के सहारे आगे का सफर जारी रखने का प्रयास करेगा वहीं दूसरी ओर श्रीलंकाई खिलाड़ी सिर्फ और सिर्फ अपने बेहतरीन खेल की बदौलत फाइनल में स्थान सुरक्षित कराने का प्रयास करेंगे.
श्रीलंका ने अपने ग्रुप में मौजूदा चैंपियन इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और वेस्टइंडीज को हराया था. इस ग्रुप से वेस्टइंडीज सेमीफाइनल में पहुंची है, जो पांच अक्टूबर को ऑस्ट्रेलिया से भिड़ेगा.