टी20 वर्ल्ड कप के पहले मैच में धमाकेदार जीत दर्ज करने के बाद ऑस्ट्रेलिया का सामना अब आक्रामक बल्लेबाजों से भरी वेस्टइंडीज टीम से होगा जिसे हराकर वह सुपर आठ में जगह पक्की करना चाहेगा.
जॉर्ज बेली की टीम के लिए यह काम आसान नहीं होगा क्योंकि वेस्टइंडीज के पास क्रिस गेल जैसा खतरनाक बल्लेबाज और सुनील नरेन जैसा स्पिनर है.
शेन वाटसन के बेहतरीन हरफनमौला प्रदर्शन के दम पर ऑस्ट्रेलिया ने पहले मैच में आयरलैंड को हराया था.
वेस्टइंडीज के खिलाफ मुकाबला हालांकि कांटे का होगा. डेरेन सैमी की अगुवाई वाली कैरेबियाई टीम दुनिया के किसी भी गेंदबाजी आक्रमण को फेल करने का दम रखती है.
श्रीलंका के खिलाफ पहले अभ्यास मैच में वेस्टइंडीज टीम प्रभावित नहीं कर सकी लेकिन गेल वह मैच नहीं खेले थे.
दूसरे अभ्यास मैच में अफगानिस्तान ने उसे कड़ी चुनौती दी. इसके बावजूद ऑस्ट्रेलिया उसे हलके में लेने की गलती नहीं कर सकता.
फटाफट क्रिकेट में वेस्टइंडीज का जलवा जगजाहिर है. वैसे ऑस्ट्रेलिया ने वेस्टइंडीज दौरे पर खेले दो टी-20 मैचों में एक जीता और एक गंवाया था.
ऑस्ट्रेलिया के लिए जीत की कुंजी गेंदबाजों के हाथ में होगी. उन्हें कैरेबियाई बल्लेबाजों पर अंकुश लगाना होगा.
स्पिन गेंदबाजी के खिलाफ कैरेबियाई बल्लेबाज असहज हो जाते हैं जिसका फायदा बेली एंड कंपनी उठा सकती है. ऑस्ट्रेलिया शनिवार को दो स्पिनरों को उतार सकता है.
आयरलैंड के खिलाफ ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज प्रभावी दिखे. कैमरून व्हाइट ने अच्छा प्रदर्शन किया.
आईसीसी के वर्ष 2012 के उदीयमान क्रिकेटर नरेन के खिलाफ हालांकि उन्हें संभलकर खेलना होगा. तेज गेंदबाज फिडेल एडवर्डस से भी ऑस्ट्रेलिया को सतर्क रहना होगा क्योंकि वह अपनी सटीक गेंदों के लिए मशहूर हैं.
डेरेन ब्रावो, कीरोन पोलार्ड, आंद्रे रसेल, मलरेन सैमुअल्स और रवि रामपाल जैसे गेंदबाजों के सामने आस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों के लिये खुलकर खेलना आसान नहीं होगा.