अपना पहला दोहरा शतक जड़ने वाले चेतेश्वर पुजारा ने शुक्रवार को कहा कि वो अपने विकेट को बहुत कीमते मानते यही कारण है कि वह लंबी पारियां खेलने में सफल हो पाते हैं.
भारत की पहली पारी में नाबाद 206 रन बनाने वाले पुजारा ने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद कहा, ‘मैं कभी आउट नहीं होना चाहता. मैं हमेशा अपने विकेट को बेहद कीमती मानता हूं. यही वजह है कि मैं कभी अपना विकेट नहीं गंवाना चाहता. इस कारण से मैं लंबी पारियां भी खेलता हूं.’
पुजारा के मुताबिक, ‘मैं अभ्यास मैच (मुंबई ए की तरफ से इंग्लैंड के खिलाफ) में 87 रन पर आउट हो गया था. इससे मुझे शतक और फिर दोहरा शतक लगाने की प्रेरणा मिली.’
सौराष्ट्र के इस 24 वर्षीय बल्लेबाज ने कहा कि मोटेरा के सरदार पटेल स्टेडियम की धीमी और कम उछाल वाली पिच पर विरोधी टीम के किसी भी गेंदबाज के सामने उन्हें परेशानी नहीं हुई.
उन्होंने कहा, ‘मैंने उस मैच में ग्रीम स्वान को छोड़कर बाकी सभी गेंदबाजों का सामना किया था. मैंने स्वान के कुछ ओवरों पर सतर्कता बरती. इसके बाद मैंने बाकी सभी गेंदबाजों को सहजता से खेला.’
पुजारा को मार्च में संन्यास लेने वाले राहुल द्रविड़ की जगह तीसरा नंबर संभालना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि इससे उनकी जिम्मेदारियां बढ़ गयी हैं. घरेलू मैचों में लगातार बड़े स्कोर बनाने वाले पुजारा ने कहा, ‘ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी करना हमेशा महत्वपूर्ण होता है. तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करना बहुत बड़ी जिम्मेदारी है. आपको अधिकतर समय नयी गेंद का सामना करना होता है.’
पुजारा ने कहा कि उन्हें द्रविड़ का संदेश मिला जिसमें उन्होंने उनके प्रदर्शन की तारीफ की. उन्होंने कहा, ‘मुझे द्रविड़ का बधाई संदेश मिला है.’ दायें हाथ के इस बल्लेबाज ने कहा कि भारत ने शुरू से ही 500 से अधिक रन बनाने को लक्ष्य रखा था.
उनके तीन विकेट गिर चुके हैं और इस टर्निंग विकेट पर उनके लिये बल्लेबाजी करना बहुत मुश्किल होगा. उन्होंने कहा, ‘हम शुरू से ही 500 रन तक पहुंचने की सोच रहे थे. पिच काफी रफ है और गेंद बहुत अधिक टर्न ले रही है. हम उन्हें कल आउट कर सकते हैं और फिर जीत की राह पर बढ़ सकते हैं. उनके लिये काफी मुश्किल है. हमने आज जो देखा उससे लगता है कि उनकी स्थिति नाजुक है.’