पूर्व कप्तान बिशन सिंह बेदी सहित कई पूर्व क्रिकेटरों ने दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ को आड़े हाथों लेते हुए उसे भ्रष्टाचार का गढ़ करार दिया और कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ की तर्ज पर डीडीसीए में भी पूर्व क्रिकेटरों की नियुक्ति करने की अपील की.
कीर्ति आजाद पर आजीवन प्रतिबंध लगाने की मांग
भारत की 1983 की विश्व कप विजेता टीम के सदस्य कीर्ति आजाद पिछले कुछ महीनों से डीडीसीए के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं. उनके समर्थन में आज बेदी, मनिंदर सिंह, सुरिंदर खन्ना, गुरचरण सिंह जैसे पूर्व क्रिकेटर भी एक साथ मंच पर आये.
BCCI और IPL पर जमकर बरसे कीर्ति आजाद
बेदी और आजाद ने अलग अलग बयान जारी करके डीडीसीए में वित्तीय धांधली और भाई भतीजावाद के आरोप लगाये. बेदी ने इस अवसर पर कहा कि डीडीसीए में पदाधिकारियों ने आतंक मचा रखा है और यह सब देश की राजधानी में हो रहा है. ऐसा यदि कोलकाता, चेन्नई या मुंबई में होता तो कब की कार्रवाई कर दी जाती.
डीडीसीए के अंडर 14 सेलेक्शन में धांधली
उन्होंने कहा कि केएससीए में जिस तरह से अनिल कुंबले, जवागल श्रीनाथ, राहुल द्रविड़ और वेंकेटश प्रसाद बदलाव लेकर आये, उसी तरह के बदलाव की जरूरत डीडीसीए में भी है. मैं पदाधिकारी के रूप में डीडीसीए से नहीं जुड़ना चाहता लेकिन बाहर से समर्थन देने को तैयार हूं. मुझे लगता है कि अभी कीर्ति इसके लिये सर्वश्रेष्ठ उम्मीद्वार हैं.
डीडीसीए में होती है जिस्मफरोशी: कीर्ति आजाद
आजाद ने फिर से डीडीसीए अधिकारियों के लिये कड़े शब्दों का प्रयोग किया. उन्होंन कहा कि डीडीसीए वित्तीय घोटालों की दुकान बन गयी है. यदि इसी तरह की स्थिति रही तो बीसीसीआई और डीडीसीए एक दिन आईओए (भारतीय ओलंपिक संघ) बन सकता हैं, जहां (राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान) मनमानी की गयी.