पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने स्पष्ट किया कि उन्होंने कभी ऐसा नहीं कहा था कि वीवीएस लक्ष्मण को कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का सहयोग नहीं मिल रहा था. लक्ष्मण ने अचानक संन्यास की घोषणा करके क्रिकेट जगत को स्तब्ध कर दिया क्योंकि उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैच की श्रृंखला के लिये टीम में चुना गया था.
मीडिया ने गांगुली के हवाले से कहा था कि लक्ष्मण को यदि कप्तान धोनी को समर्थन मिलता तो स्थिति कुछ अलग होती.
गांगुली ने हालांकि कहा कि मीडिया ने जो कुछ कहा उनका मतलब वैसा नहीं था.
उन्होंने कहा, ‘मैं साफ कर देना चाहता हूं कि वीवीएस लक्ष्मण के कप्तान एमएस धोनी से संपर्क करने के प्रयासों को लेकर मेरी टिप्पणी को गलत तरीके से पेश किया गया. मैंने कहा था कि ‘क्रिकेट में कप्तान के रूप में आपको हर समय उपलब्ध रहने की जरूरत पड़ती है.’
इसका मतलब यह नहीं है कि लक्ष्मण को कप्तान का समर्थन हासिल नहीं था या कप्तान का समर्थन मिलने पर स्थिति भिन्न होती.
गांगुली ने चयनकर्ताओं विशेषकर मुख्य चयनकर्ता के श्रीकांत की भी संवादहीनता के लिये कड़ी आलोचना की थी.