उप महाद्वीप में 15 बरस बाद वापसी कर रहे क्रिकेट विश्वकप की शुरूआत आज भव्य उद्घाटन समारोह के साथ होगी. क्रिकेट इतिहास की अपनी सबसे बड़ी प्रतियोगिता के लिए कमर कस चुकी बांग्लादेश की राजधानी आज आकर्षण का केंद्र होगी जब बंगबंधु राष्ट्रीय स्टेडियम में दो घंटे तक संगीत, नृत्य और लेजर शो से समां बंधेगा.
जानेमाने राक स्टार ब्रायन एडम्स और शंकर-अहसान-लाय की भारतीय गायक जोड़ी उन लोगों में शामिल हैं जो आज टूर्नामेंट की शुरूआत का मंच तैयार करेंगे.
दो दिन बाद बांग्लादेश और सह मेजबान भारत के बीच मीरपुर के शेर ए बांग्ला राष्ट्रीय स्टेडियम में उद्घाटन मैच के साथ तीन देशों के 13 स्टेडियमों में 43 दिन तक चलने वाले क्रिकेट की प्रतिस्पर्धी जंग की शुरूआत होगी.
एक अन्य सह मेजबान श्रीलंका अपने अभियान की शुरूआत रविवार को ग्रुप ए मैच में कनाडा की कमजोर समझी जाने वाली टीम के खिलाफ करेगा.
उपमहाद्वीप ने पहली बार 1987 में विश्व कप आयोजन किया जब भारत और पाकिस्तान ने इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट की मेजबानी की जबकि 1996 में इन दोनों देशों के अलावा श्रीलंका ने भी मेजबानी का जिम्मा उठाया.
दसवें क्रिकेट विश्व कप में 14 टीमें हिस्सा लेंगी और टूर्नामेंट के दौरान 49 मैचों का आयोजन होगा. भारत को 29, श्रीलंका को 12 जबकि बांग्लादेश को आठ मैचों की मेजबानी करनी है.
उपमहाद्वीप में आयोजित हो रहा 10वां विश्व कप हालांकि विवादों का हिस्सा भी रहा. शुरूआत में ही देश में अस्थिरता के कारण पाकिस्तान से 14 मैचों की मेजबानी का अधिकार छीन लिया गया. यह फैसला लेने के पीछे अहम कारण 2009 में लाहौर में श्रीलंका क्रिकेट टीम पर हुआ आतंकी हमला था. पाकिस्तान को हालांकि मैचों का आयोजन नहीं करने के बावजूद अपने हिस्से के मैचों का राजस्व मिलेगा.
{mospagebreak} आईसीसी द्वारा पाकिस्तान से विश्व कप मैचों की मेजाबनी छीनने में देश का क्रिकेट बोर्ड अधिक कुछ नहीं कर सकता था लेकिन भारत के एतिहासिक ईडन गार्डन्स से 27 फरवरी को मेजबान और इंग्लैंड के बीच होने वाले मैच की मेजबानी छिनने के बारे में ऐसा नहंी कहा जा सकता.
ईडन के पूरी तरह से तैयार नहीं हो पाने की आशंका के कारण आईसीसी ने यह मैच बेंगलूर स्थानांतरित कर दिया.
मौजूदा फार्म और हालात को देखते हुए क्रिकेट विशेषज्ञ भारत को प्रबल दावेदार मान रहे हैं और अगर दो अप्रैल को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में महेंद्र सिंह धोनी की टीम विजेता ट्राफी उठाती है तो यह भारतीय प्रशंसकों के लिए जश्न का बेजोड़ मौका होगा.
टीम इंडिया अगर विश्व कप जीतती है तो क्रिकेट के वित्तीय केंद्र भारत का तेज और बढ़ जाएगा. विश्व कप खिताब मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को भी विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा बनने का मौका देगा जबकि 28 बरस बाद यह प्रतिष्ठित ट्राफी भारत लौटेगी.