भारतीय पहलवान अमन सेहरावत ने पेरिस ओलंपिक 2024 में ऐतिहासिक प्रदर्शन किया है. अमन ने पेरिस ओलंपिक में भारत के लिए ब्रॉन्ज मेडल जीता है. अमन ने ब्रॉन्ज मेडल के मुकाबले में प्यूर्टो रिको के डेरियन टोई क्रूज को 13-5 से हराया. अमन ओलंपिक में मेडल जीतने वाले सातवें भारतीय रेसलर बन गए हैं. अमन से पहले केडी जाधव, सुशील कुमार, योगेश्वर दत्त, साक्षी मलिक, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया ही ऐसी उपलब्धि हासिल कर सके थे.
अमन को इस दिग्गज ने दी है ट्रेनिंग
21 साल के अमन सफलता् की सफलता का श्रेय दो बार के ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार से मिली प्रेरणा को जाता है. अमन ने दिल्ली के प्रतिष्ठित छत्रसाल स्टेडियम में ट्रेनिंग की है, जहां से जाने-माने रेसलर्स निकले हैं. अमन को कुश्ती के गुर महाबली सतपाल सिंह ने सिखाए हैं, जो खुद ही एक दिग्गज रेसलर रह चुके हैं. सतपाल पद्म भूषण, द्रोणाचार्य और अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित हो चुके हैं. सतपाल सुशील कुमार, रवि दहिया जैसे रेसलर्स को ट्रेनिंग दे चुके हैं. बता दें कि महाबली सतपाल रिश्ते में पहलवान सुशील के ससुर हैं. सतपाल की बेटी सावी से सुशील की शादी हुई थी.
6⃣𝐭𝐡 𝐦𝐞𝐝𝐚𝐥 𝐟𝐨𝐫 🇮🇳
𝐀𝐦𝐚𝐧 𝐒𝐞𝐡𝐫𝐚𝐰𝐚𝐭 𝐥𝐞 𝐚𝐚𝐲𝐚 #𝐁𝐫𝐨𝐧𝐳𝐞🥉🥳
The 21-year-old wrestler displayed a solid performance against Puerto Rico’s Darian Cruz and won the contest by 13-5 in Men's 57kg Freestyle 💯
Aman brings home #TeamIndia’s 5th Bronze and… pic.twitter.com/QrvFBsmMDP— SAI Media (@Media_SAI) August 9, 2024
अमन सहरावत हरियाणा के झज्जर जिले के बिरोहर से आते हैं. अमन का पेरिस ओलंपिक में ब्रॉन्ज जीतने तक का सफर आसान नहीं रहा है. अमन ने छोटी उम्र में ही अपने माता-पिता को खो दिया था. पहले अमन की मां का हार्ट अटैक से निधन हो गया, तब उनकी उम्र 10 साल थी. फिर लगभग एक साल बाद उनके पिता भी चल बसे.
माता-पिता की दुखद मृत्यु के बाद, अमन गंभीर अवसाद से जूझ रहे थे, ऐसे में उनके दादा मांगेराम सहरावत ने उन्हें इससे उबरने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. इस सबके बीच उन्होंने कुश्ती के प्रति अपने जुनून को जारी रखा और कोच ललित कुमार के अधीन प्रशिक्षण लेना शुरू किया. अमन ने 2021 में अपना पहला राष्ट्रीय चैम्पियनशिप खिताब जीतकर लाइमलाइट में आए.
कुश्ती में उनका सफर न केवल खेल की खोज रहा है, बल्कि अपने परिवार की विरासत का सम्मान करने और व्यक्तिगत चुनौतियों से पार पाने का एक साधन भी रहा है. अमन ने 2022 के एशियाई खेलों में 57 किलोग्राम वर्ग में कांस्य पदक जीता. फिर साल 2023 एशियाई कुश्ती चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक हासिल किया. जनवरी 2024 में उन्होंने जागरेब ओपन कुश्ती टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया. वह पेरिस 2024 ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाले भारत के एकमात्र पुरुष पहलवान रहे.
पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत ने 6 मेडल जीते हैं, जिसमें पांच ब्रॉन्ज और एक सिल्वर है. सबसे पहले मनु भाकर ने 10 मीटर एयर पिस्टल में ब्रॉन्ज दिलाया. फिर दूसरा ब्रॉन्ज भी मनु भाकर ने मिक्स्ड टीम इवेंट में दिलाया. उनके साथ सरबजोत सिंह भी टीम में थे. तीसरा ब्रॉन्ज मेडल स्वप्निल कुसाले ने शूटिंग की मेन्स 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन में दिलाया. फिर हॉकी टीम ने ब्रॉन्ज और नीरज चोपड़ा ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया. अब अमन ने पेरिस में भारत का तिरंगा लहराया.
कुश्ती में भारत के अब तक के पदकवीर
1. केडी जाधव
कांस्य पदक, हेलसिंकी ओलंपिक (1952)
2. सुशील कुमार
कांस्य पदक, बीजिंग ओलंपिक (2008)
रजत पदक: लंदन ओलंपिक (2012)
3. योगेश्वर दत्त
रेपचेज में चला हरियाणा के पहलवान का दांव
कांस्य पदक: लंदन ओलंपिक (2012)
4. साक्षी मलिक
कांस्य पदक: रियो ओलंपिक (2016)
5. रवि कुमार दहिया
रजत पदक: टोक्यो ओलंपिक (2020)
6. बजरंग पूनिया
कांस्य पदक: टोक्यो ओलंपिक (2020)
7. अमन सहरावत
कांस्य पदक: पेरिस ओलंपिक (2024)