खेलों के सबसे बड़े महाकुंभ इस बार पेरिस में हो रहे हैं. पेरिस ओलंपिक का आगाज 26 जुलाई को हुआ और इसका समापन 11 अगस्त को होना है. अब पेरिस ओलंपिक से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आ रही है. भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) ने निशानेबाज मनु भाकर के साथ हॉकी टीम के गोलकीपर पीआर श्रीजेश को पेरिस ओलंपिक में समापन समारोह के लिए भारतीय दल का ध्वजवाहक नामित किया है.
IOA की ओर से जारी बयान में कहा गया, 'भारतीय ओलंपिक संघ को पेरिस 2024 ओलंपिक खेलों के समापन समारोह में पिस्टल शूटर मनु भाकर के साथ संयुक्त ध्वजवाहक के रूप में हॉकी गोलकीपर पीआर श्रीजेश के नामांकन की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है.' आईओए की अध्यक्ष पीटी उषा ने कहा कि श्रीजेश आईओए नेतृत्व के भीतर एक भावनात्मक और लोकप्रिय विकल्प थे, जिसमें शेफ डी मिशन गगन नारंग और संपूर्ण भारतीय दल शामिल थे.'
🚨- Sreejesh named India flagbearer with Manu Bhaker for Paris 204 Closing Ceremony
— Team India (@WeAreTeamIndia) August 9, 2024
Paris, August 9: The Indian Olympic Association is delighted to announce the nomination of hockey goalkeeper PR Sreejesh as the joint flagbearer with pistol shooter Manu Bhaker at the Closing…
पीटी उषा ने कहा, 'श्रीजेश ने दो दशकों से अधिक समय तक विशेष रूप से भारतीय हॉकी और सामान्य रूप से भारतीय खेल में अहम योगदान दिया है.' उषा ने कहा कि उन्होंने नीरज चोपड़ा से बात की थी, जिन्होंने जैवलिन थ्रो में रजत पदक जीता था. लेकिन नीरज ने पीटी उषा से कहा-अगर आपने मुझसे नहीं भी पूछा होता, तो भी मैं श्री भाई का नाम सुझाता. यह श्रीजेश और भारतीय खेल में उनके योगदान के लिए नीरज के मन में अपार सम्मान को दर्शाता है. आईओए ने पहले मनु भाकर को महिला ध्वजवाहक के रूप में नामित किया था, जो स्वतंत्रता के बाद से एक ही ओलंपिक खेलों में दो जीतने वाली पहली भारतीय एथलीट हैं.
मनु को फिर जाना होगा पेरिस
पेरिस ओलंपिक में भारत को पहला मेडल निशानेबाज मनु भाकर ने दिलाया था. मनु ने 10 मीटर एयर पिस्टल में ब्रॉन्ज दिलाया था. फिर दूसरा ब्रॉन्ज भी मनु भाकर ने मिक्स्ड टीम इवेंट में दिलाया. उनके साथ सरबजोत सिंह भी टीम में थे. मनु भारत स्वदेश आ चुकी है और अब वह क्लोजिंग सेरेमनी के लिए फिर पेरिस जाएंगी. वहीं पीआर श्रीजेश ने बतौर गोलकीपर भारतीय पुरुष हॉकी टीम के लिए शानदार प्रदर्शन किया. भारतीय हॉकी टीम स्पेन को 2-1 से हराकर ब्रॉन्ज जीतने में सफल रही. श्रीजेश का ये आखिरी इंटरनेशनल मैच रहा.