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स्वप्निल कुसाले ने निशानेबाजी में जीता ब्रॉन्ज, पिता बोले- 'वह हमेशा परिवार का ख्याल रखता है'

भारत का मौजूदा ओलंपिक खेलों में ये तीसरा मेडल है. इससे पहले भारत के पिछले दो मेडल भी शूटिंग में आए थे. यानी पहली बार शूटिंग में भारत ने किसी ओलंपिक सीजन में तीन मेडल हासिल किए. इस स्पर्धा का गोल्ड मेडल चीन के लियू युकुन और सिल्वर मेडल कुलिश सेरही (यूक्रेन) ने जीता.

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मेडल दिखाते स्वप्निल कुसाले- फोटो PTI
मेडल दिखाते स्वप्निल कुसाले- फोटो PTI

पेरिस ओलंपिक 2024 के छठे दिन शूटिंग में भारतीय निशानेबाज स्वप्निल कुसाले ने पुरुषों की 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन के फाइनल में तीसरा स्थान हासिल करके ब्रॉन्ज जीता. स्वप्निल ने कुल 451.4 अंक हासिल करके ब्रॉन्ज अपने नाम किया. स्वप्निल की जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें बधाई दी. स्वप्निल की जीत पर उनके परिवार में खुशी का माहौल है. 

उनके पिता ने कहा, 'जब उसने पहली बार स्टेट लेवल पर जीत हासिल की तो मुझे बहुत गर्व महसूस हुआ. मैंने हमेशा उसकी यात्रा में उसका साथ दिया. जब वह पहली बार अंतरराष्ट्रीय मैच के लिए चुना गया, तो मैंने वहां भी उसका साथ दिया. 2015 में उसे रेलवे में नौकरी मिल गई. वह हमेशा परिवार का ख्याल रखता है.'

वहीं, उनके भाई ने कहा, 'स्वप्निल की कड़ी मेहनत रंग लाई है. हमें उन पर बहुत गर्व है कि उन्होंने देश के लिए कांस्य पदक जीता है.' 

भारत का मौजूदा ओलंपिक खेलों में ये तीसरा मेडल है. इससे पहले भारत के पिछले दो मेडल भी शूटिंग में आए थे. यानी पहली बार शूटिंग में भारत ने किसी ओलंपिक सीजन में तीन मेडल हासिल किए. इस स्पर्धा का गोल्ड मेडल चीन के लियू युकुन और सिल्वर मेडल कुलिश सेरही (यूक्रेन) ने जीता.

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बता दें कि फाइनल मैच में नीलिंग और प्रोन की सीरीज के समाप्ति के बाद 29 साल के स्वप्निल कुसाले 310.1 अंकों के साथ पांचवें नंबर पर थे. लेकिन स्टैंडिंग की दो सीरीज में उन्होंने शानदार वापसी की. स्टैंडिंग सीरीज के बाद स्वप्निल तीसरे स्थान पर आ गए और उन्होंने ये पोजीशन बरकरार रखी. नीलिंग में शूटर घुटने के बल बैठकर शूटिंग करते हैं, वहीं प्रोन में जमीन पर लेटकर शूटिंग की जाती है. जबकि स्टैंडिंग में शूटर खड़े होकर शूटिंग करते हैं.

कोल्हापुर से ताल्लुक रखने वाले स्वप्निल कुसाले ने क्वालीफिकेशन राउंड में शानदार प्रदर्शन करते हुए 60 शॉट्स में 590 अंक हासिल किए थे. उन्होंने नीलिंग पोजिशन में 99 के स्कोर के साथ शुरुआत की, इसके बाद प्रोन पोजीशन में 98 और 99 स्कोर किए. स्टैंडिंग पोजिशन में उन्होंने 98 और 97 के स्कोर हासिल किए, जिससे फाइनल में उनकी जगह पक्की हो गई थी.

खेलों के सबसे बड़े महाकुंभ यानी ओलंप‍िक में भारत का ये तीसरा मेडल रहा. इससे पहले 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम के ब्रॉन्ज मेडल मैच में सरबजोत सिंह-मनु भाकर सिंह मिलकर ब्रॉन्ज मेडल दिलाया था. उससे पहले वूमेन्स 10 मीटर पिस्टल में मनु भाकर ने भारत के लिए ब्रॉन्ज हासिल किया था.

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