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क्या है मेनिनजाइटिस बीमारी, जिसकी वजह से कोमा में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज डेमियन मार्टिन, ऐसा रहा है करियर

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज़ डेमियन मार्टिन मेनिनजाइटिस से पीड़ित हैं और उन्हें गंभीर हालत में इंड्यूस्ड कोमा में रखा गया है. एडम गिलक्रिस्ट और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है. मार्टिन ऑस्ट्रेलिया के स्वर्णिम दौर के अहम सदस्य रहे हैं और 1999 व 2003 वर्ल्ड कप जीत में उनकी निर्णायक भूमिका रही है.

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2003 वर्ल्ड कप के हीरो डेमियन मार्टिन कोमा में (Photo: ITG)
2003 वर्ल्ड कप के हीरो डेमियन मार्टिन कोमा में (Photo: ITG)

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर डेमियन मार्टिन इस समय मेनिनजाइटिस जैसी जानलेवा बीमारी से जूझ रहे हैं और उन्हें इंड्यूस्ड कोमा (कृत्रिम कोमा) में रखा गया है. 54 वर्षीय मार्टिन को 26 दिसंबर को तबीयत बिगड़ने के बाद गंभीर हालत में ब्रिस्बेन के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया. मार्टिन को मेनिनजाइटिस है, जो दिमाग और रीढ़ की हड्डी को ढकने वाली झिल्लियों में सूजन पैदा करने वाली बीमारी है. यह बीमारी दिमाग में सूजन का कारण बन सकती है और जानलेवा साबित हो सकती है.

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व विकेटकीपर-बल्लेबाज़ और मार्टिन के करीबी दोस्त एडम गिलक्रिस्ट ने उनके परिवार की ओर से जनता को जानकारी दी कि मार्टिन को अस्पताल में इलाज दिया जा रहा है.

गिलक्रिस्ट ने दी जानकारी

क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू के हवाले से गिलक्रिस्ट ने कहा, 'उन्हें बेहतरीन इलाज मिल रहा है और (मार्टिन की पार्टनर) अमांडा और उनका परिवार जानता है कि कई लोग उनके लिए दुआएं और शुभकामनाएं भेज रहे हैं. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के सीईओ टॉड ग्रीनबर्ग ने भी मार्टिन के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की.'

ऐसा रहा है करियर

डेमियन मार्टिन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना डेब्यू 1992 में ब्रिस्बेन में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट मैच से किया था, जहां उन्होंने दोनों पारियों में क्रमशः 36 और 15 रन बनाए थे. अपने करियर के दौरान मार्टिन अपनी खूबसूरत और स्टाइलिश बल्लेबाज़ी के लिए जाने गए. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए 67 टेस्ट और 208 वनडे मैच खेले.

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दाएं हाथ के बल्लेबाज़ डेमियन मार्टिन 1990 के दशक के अंत और 2000 के दशक में ऑस्ट्रेलिया के दबदबे वाले दौर में मिडिल ऑर्डर की रीढ़ रहे. वे 1999 और 2003 वर्ल्ड कप विजेता ऑस्ट्रेलियाई टीम का हिस्सा थे.

2003 वर्ल्ड कप फाइनल में भारत के खिलाफ उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी. मार्टिन ने नाबाद 88 रन (84 गेंद) बनाए और कप्तान रिकी पोंटिंग (121 गेंदों में 140* रन) के साथ 234 रन की विशाल साझेदारी की. इस साझेदारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने 50 ओवरों में 359/2 का विशाल स्कोर खड़ा किया.

मार्टिन 2006 चैंपियंस ट्रॉफी में भी ऑस्ट्रेलिया के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ रहे. उन्होंने पांच पारियों में 241 रन बनाए, उनका औसत 80.33 रहा और इसमें दो अर्धशतक शामिल थे.

इसके अलावा, भारत में ऑस्ट्रेलिया की ऐतिहासिक 2-1 टेस्ट सीरीज़ जीत में भी मार्टिन का अहम योगदान रहा. उन्होंने उस सीरीज़ में 444 रन बनाकर सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ का तमगा हासिल किया.

अपने करियर का अंत उन्होंने

* 67 टेस्ट में 4,406 रन (औसत 46.37),
  जिसमें 13 शतक और 23 अर्धशतक शामिल हैं.
* वनडे क्रिकेट में 5,346 रन,
  जिसमें 5 शतक और 37 अर्धशतक रहे.
* उन्होंने 4 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच भी खेले, जिसमें 120 रन बनाए.
 

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