दिग्गज भारतीय क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (NCA) के अगले प्रमुख होंगे. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने रविवार को इस बात की पुष्टि की. हालांकि पिछले महीने यह खबर आई थी कि लक्ष्मण एनसीए प्रमुख बनने के इच्छुक नहीं हैं. बीसीसीआई ने एनसीए प्रमुख पद के लिए आवेदन आमंत्रित किए थे, लेकिन बोर्ड चाहता था कि वीवीएस लक्ष्मण ही पद संभालें.
अब शुरुआती झिझक के बाद बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह ने लक्ष्मण को इस पद के लिए मना लिया. बीसीसीआई को अब एनसीए में एक गेंदबाजी कोच की नियुक्त करनी होगी, क्योंकि पारस म्हाम्ब्रे का भारतीय टीम का बॉलिंग कोच बनना तय है.
जब समाचार एजेंसी एएनआई ने गांगुली से पूछा कि क्या लक्ष्मण एनसीए प्रमुख के रूप में कार्यभार संभालने जा रहे हैं, तो उन्होंने जवाब दिया, हां. इससे पहले एएनआई से बात करते हुए सूत्र ने कहा था कि न केवल बीसीसीआई प्रमुख, बल्कि सचिव जय शाह और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी चाहते हैं कि लक्ष्मण एनसीए चीफ की भूमिका निभाएं क्योंकि बीसीसीआई ने पिछले कुछ वर्षों में एनसीए प्रमुख का टीम इंडिया के हेड कोच के साथ शानदार तालमेल रहा है.
सूत्र ने बताया, 'सौरव और जय दोनों चाहते हैं कि लक्ष्मण एनसीए की भूमिका निभाएं. लेकिन अंतिम फैसला भारत के पूर्व क्रिकेटर को करना है क्योंकि उनकी एक यंग फैमिली भी है. वह निस्संदेह इस भूमिका के लिए दौड़ में सबसे आगे रहने वाले हैं. हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि कैसे उन्हें द्रविड़ के साथ लिए जाना जाता है. भारतीय क्रिकेट को आगे ले जाने की दिशा में उन दोनों का एक साथ काम करना सही संयोजन होगा.'
गौरतलब है कि टीम इंडिया के नए हेड कोच राहुल द्रविड़ ने इस साल एनसीए प्रमुख पद के लिए फिर से आवेदन किया था उनका 2 साल का अनुबंध खत्म हो गया था. लेकिन अब द्रविड़ के हेड कोच बन जाने के बाद एनसीए प्रमुख का पद खाली हो गया था.
पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने हमेशा से पूर्व क्रिकेटरों को सिस्टम में रखने की आवश्यकता के बल दिया है. इसी कड़ी में बीसीसीआई अध्यक्ष ने राहुल द्रविड़ को भी भारतीय टीम का मुख्य कोच बनने के लिए राजी कर लिया था. अब लक्ष्मण और राहुल द्रविड़ पर भारतीय क्रिकेट को आगे ले जाने का जिम्मा होगा.
मैदान पर हिट रही थी दोनों की जोड़ी
क्रिकेट के मैदान पर राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण की जोड़ी सुपरहिट साबित हुई. दोनों खिलाड़ियों ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फॉलोआन खेलते हुए कोलकाता टेस्ट में 376 रनों की अविश्वसनीय साझेदारी की थी. उस पारी में लक्ष्मण ने 281 और द्रविड़ ने 180 रनों का योगदान दिया था. इन दोनों के पारियों की बदौलत भारत ने पलटवार करते हुए कंगारूओं को 171 रनों से करारी शिकस्त दी थी.
2003 में एडिलेड टेस्ट में भी दोनों खिलाड़ियों ने कमाल का खेल दिखाया था. तब लक्ष्मण और द्रविड़ ने भारत की पहली पारी में पांचवें विकेट के लिए 303 रन जोड़े थे. उस पारी में द्रविड़ ने 233 और लक्ष्मण ने 148 रनों का योगदान दिया था. अंतत: भारत ने उस मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को चार विकेट से शिकस्त दे दी थी.