टी20 वर्ल्ड कप 2024 में युगांडा की टीम भी भाग लेने वाली है. युगांडा ने पहली बार टी20 वर्ल्ड कप के लिए क्वालिफाई किया था. नामीबिया में खेले गए अफ्रीका रीजन क्वालिफायर में दूसरा स्थान हासिल करके युगांडा ने ये ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की थी. युगांडा ने इस सफर में जिम्बाब्वे को भी 5 विकेट से पराजित किया, जो आईसीसी की एक फुल मेंबर टीम है.
टी20 वर्ल्ड कप क्वालिफायर टूर्नामेंट में युगांडा की कप्तानी ब्रायन मसाबा के हाथों में रही थी. हालांकि युगांडा को टी20 वर्ल्ड कप के लिए क्वालिफाई करवाने में भारतीय मूल के तीन खिलाड़ियों ने अहम भूमिका निभाई. इसमें रोनक पटेल, अल्पेश रमजानी और दिनेश नकरानी का नाम शामिल हैं. रौनक-अल्पेश-दिनेश अब युगांडा क्रिकेट के अहम अंग बन चुके हैं. आइए जानते हैं इन तीनों खिलाड़ियों के बारे में...
रोनक पटेल: 35 साल के रोनक पटेल का जन्म गुजरात के आणंद में शहर में हुआ था और उनका बचपन भी वहीं बीता. रोनक को बचपन से ही क्रिकेट का शौक था और उन्होंने जिला स्तर पर भी क्रिकेट खेला. साल 2017 में रोनक अपने जिगरी दोस्त के कहने पर क्रिकेट खेलने के लिए युगांडा आ गए. रोनक ने स्थानीय टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया और फिर वह युगांडा की नेशनल टीम में जगह बनाने में सफल रहे. बाएं हाथ के बल्लेबाज रोनक के नाम पर 38 टी20 इंटरनेशनल मैचों में 779 रन दर्ज हैं. अफ्रीका रीजन टी20 वर्ल्ड कप क्वालिफायर में रोनक ने 25.40 की औसत से 127 रन बनाए.
अल्पेश रमजानी: 29 साल के अल्पेश रमजानी की भी कहानी रौनक पटेल की तरह ही है. अल्पेश का जन्म भी मुंबई में हुआ था और बाद में वह क्रिकेट करियर को उड़ाने देने के लिए युगांडा चले गए. बाएं हाथ के ऑलराउंडर अल्पेश ने 30 टी20 इंटरनेशनल मैचों में 29.43 की औसत से 471 रन बनाए हैं. साथ ही उन्होंने 9.09 के एवरेज से 55 विकेट हासिल किए हैं. अल्पेश ने अफ्रीका रीजन टी20 वर्ल्ड कप क्वालिफायर में 12 विकेट लिए और वह सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में दूसरे नंबर पर रहे.
दिनेश नकरानी: गुजरात के कच्छ में पैदा हुए दिनेश नकरानी करीब सात साल पहले युगांडा आ गए थे. बाएं हाथ के ऑलराउंडर दिनेश ने साल 2014 में सौराष्ट्र के लिए टी20 डेब्यू किया था. इससे पहले उन्होंने अंडर-19 लेवल पर भी गुजरात का प्रतिनिधित्व किया. बता दें कि सौराष्ट्र टीम के लिए चेतेश्वर पुजारा और रवींद्र जडेजा जैसे स्टार क्रिकेटर भी खेलते हैं. 32 साल के दिनेश ने युगांडा के लिए 49 टी20 इंटरनेशनल मैच खेलकर 30.83 की औसत से 740 रन बनाए है, जिसमें दो अर्धशतक शामिल रहे. साथ ही उन्होंने मीडियम पेस गेंदबाजी करते हुए 63 विकेट हासिल किए. अफ्रीका रीजन टी20 वर्ल्ड कप क्वालिफायर में दिनेश ने 9 विकेट चटकाए.

ये दो पाकिस्तानी भी युगांडा की टीम में
युगांडा की टीम में रियाजत अली शाह और बिलाल हसन जैसे कुछ पाकिस्तानी मूल के खिलाड़ी भी हैं. ये दोनों प्लेयर्स भी पाकिस्तान से आकर युगांडा में बसे. अफ्रीका रीजन टी20 वर्ल्ड कप क्वालिफायर में रियाजत ने 6 मैचों में 132 रन बनाए और वह अपनी टीम के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे. उधर तेज गेंदबाज बिलाल हसन ने इस टूर्नामेंट में सात विकेट चटकाए.
युगांडा की क्रिकेट टीम: साइमन सेसाजी, रोनक पटेल, रोजर मुकासा, रियाजत अली शाह, अल्पेश रमजानी, दिनेश नकरानी, केनेथ वैसवा, ब्रायन मसाबा (कप्तान), साइरस काकुरु (विकेटकीपर), बिलाल हसन, हेनरी सेसेनडो, फ्रैंक एनसुबुगा, जोनाथन सेबांजा, रॉबिन्सन ओबुया, डेविड वैबवायर.
आपको बता दें कि टी20 वर्ल्ड कप 2024 में कुल 20 टीमें भाग लेने वाली हैं. वेस्टइंडीज, यूएसए, अफगानिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, इंग्लैंड, भारत, पाकिस्तान, साउथ अफ्रीका, श्रीलंका, न्यूजीलैंड और नीदरलैंड्स को आगामी टी20 वर्ल्ड कप के लिए डायरेक्ट एंट्री मिली. बाकी आठ टीमों का फैसला रीजनल क्वालिफायर्स के जरिए हुआ. आयरलैंड, स्कॉटलैंड, पापुआ न्यू गिनी, कनाडा, नेपाल, ओमान, नामीबिया और युगांडा ने क्वालिफायर्स के जरिए अगले टी20 वर्ल्ड कप के लिए जगह बनाई.
ऐसा रहेगा आगामी टी20 वर्ल्ड कप का फॉर्मेट
आगामी टी20 वर्ल्ड कप 4 जून से लेकर 30 जून तक वेस्टइंडीज और यूएसए में खेला जाना है. 20 टीमों वाला टूर्नामेंट कुल नॉकआउट समेत कुल तीन स्टेज में खेला जाएगा. सभी टीमों 20 टीमों को 5-5 के कुल 4 ग्रुप में बांटा जाएगा. हर ग्रुप की टॉप 2 टीमें सुपर-8 में प्रवेश करेगी. इसके बाद फिर सभी आठ टीमों को 4-4 के 2 ग्रुप में बांटा जाएगा. सुपर-8 स्टेज में दोनों ग्रुप की दो-दो शीर्ष टीमें सेमीफाइनल में एंट्री करेंगी. दो सेमीफाइनल मुकाबले के जरिए दो टीमें फाइनल में जगह बनाएंगी.
यानी कि अगला टी20 वर्ल्ड कप पिछले टी20 वर्ल्ड कप की तुलना में काफी अलग होगा और उसमें क्वालिफाइंग राउंड नहीं खेले जाएंगे और ना ही सुपर-12 स्टेज होगा. पिछले टी20 वर्ल्ड कप में कुल 16 टीमों ने भाग लिया था, जिसमें 8 टीमों को सीधे सुपर-12 स्टेज के लिए एंट्री मिली थी. वहीं 4 चार टीमों ने क्वालिफाइंग राउंड के जरिए सुपर-12 में जगह बनाई थी.