टी20 वर्ल्ड कप 2022 में रोचक मुकाबलों का दौर जारी है. मंगलवार (01 नवंबर) को इसी कड़ी में दो मुकाबले खेले गए. पहले मैच में श्रीलंका ने अफगानिस्तान को छह विकेट से पराजित किया. वहीं दूसरे मुकाबले में इंग्लैंड ने न्यूजीलैंड को 20 रनों से मात दी. इंग्लैंड की जीत के चलते ग्रुप-1 से सेमीफाइनल का गणित फंस गया है और मामला नेट-रन रेट तक पहुंच सकता है.
ग्रुप-1 में न्यूजीलैंड, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया तीनों के ही 5-5 अंक हैं. चार नवंबर को ऑस्ट्रेलिया का सामना अफगानिस्तान, जबकि न्यूजीलैंड का सामना आयरलैंड से होना है. वहीं, इंग्लैंड को अपने अंतिम मैच में 5 नवंबर को श्रीलंका से भिड़ना है. यदि ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और न्यूजीलैंड उम्मीदों के मुताबिक अपने आखिरी मुकाबले जीत जाती है, तो तीनों ही टीमों के पांच-पांच मैच में 7-7 अंक हो जाएंगे. ऐसे में नेट रनरेट से टॉप-2 का फैसला होगा. अब सवाल उठता है कि नेट-रनरेट है क्या जो ग्रुप-2 में टीमों का खेल बिगाड़ सकता है.
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ऐसे निकाला जाता है नेट-रनरेट
नेट-रन रेट निकालने के लिए किसी टीम के बल्लेबाजी रन रेट को टीम के गेंदबाजी रन रेट से घटाया जाता है. मान लीजिए कि श्रीलंकाई टीम ने 20 ओवरों में 200 रन बनाए और फिर गेंदबाजी करते हुए 20 ओवरों में 140 रन ही दिए, तो उसका नेट रन रेट 3 होगा. चूंकि टीम ने 20 ओवर में 20 रन बनाए हैं, इसलिए बैटिंग रन रेट 10 होगा. वहीं, 140 रन खर्च करने के चलते उसका बॉलिंग रन रेट 7 का होगा. मतलब 10 में से 7 माइनस करने पर नेट रन-रेट निकल जाएगा.
अगर कोई टीम निर्धारित ओवरों से पहले ही ऑल आउट हो जाती है, तो भी नेट रन रेट का कैलकुलेशन उसके निर्धारित ओवर के आधार पर ही होगा. उदाहरण के लिए अफगानिस्तान की टीम 18 ओवरों में 5 की रन रेट से 90 रन पर सिमट गई. इसके बावजूद अफगानिस्तान का बैटिंग रन रेट रेट 4.50 माना जाएगा (90 रन/20=4.50).
DLS आने पर कैसे निकलता है नेट-रन रेट?
अगर किसी मुकाबले में बारिश या किसी दूसरे कारणों से व्यवधान आता है, तो नेट रन-रेट का निर्धारण वास्तविक स्कोर की बजाय, पार स्कोर (डीएलएस लगने के बाद निर्धारित स्कोर) के आधार पर होता है. उदाहरण के लिए अगर ऑस्ट्रेलियाई टीम 20 ओवर में 200 रन बनाती है और बारिश होने के चलते अफगानिस्तान के लिए टारगेट 16 ओवरों में 170 रन कर दिया जाता है, तो नेट रन रेट का निर्धारण भी 16 ओवरों में बनाए गए रनों के आधार पर ही होगा.
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ऑलआउट होने वाली टीम को होता है नुकसान
अगर पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम पूरे ओवर खेलती है, लेकिन दूसरे बैटिंग करने वाली टीम को कम स्कोर पर ऑलआउट कर देती है तब उसे नेट-रनरेट में पूरे ओवर खेलने का फायदा मिल सकता है. पूरे टूर्नामेंट में नेट-रनरेट हर मैच के साथ बढ़ता, घटता रहता है. किसी टीम ने अगर पहले मैच में बढ़िया खेला और दूसरे मैच में बेकार खेल दिखाया, तब उसके टूर्नामेंट में उसके नेट-रनरेट पर फर्क पड़ेगा.
ग्रुप-1 में बाकी मुकाबलों का शेड्यूल (भारतीय समयानुसार)
4 नवंबर न्यूजीलैंड बनाम आयरलैंड एडिलेड, सुबह 9:30 बजे
4 नवंबर ऑस्ट्रेलिया बनाम अफगानिस्तान एडिलेड, दोपहर 1:30 बजे
5 नवंबर इंग्लैंड बनाम श्रीलंका सिडनी, दोपहर 1:30 बजे