ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ ने स्वीकार किया है कि दक्षिण अफ्रीका में गेंद से छेड़खानी विवाद के बाद वह चार दिन तक रोते रहे और बच्चों से भी कहा कि जज्बात जाहिर करने में कोई बुराई नहीं है. स्मिथ और डेविड वॉर्नर पर उस घटना के बाद एक साल का और कैमरन बेनक्रोफ्ट पर 9 महीने का प्रतिबंध लगाया गया है.
इस सजा के तहत उन्हें सामुदायिक सेवा भी करनी थी. स्मिथ ने सोमवार को लड़कों के एक स्कूल में मानसिक स्वास्थ्य के लिये काम कर रही चैरिटी कार्यक्रम में भाग लिया. उन्होंने बच्चों से कहा, ‘ईमानदारी से कहूं तो मैं चार दिन तक रोता रहा. मैं मानसिक रूप से संघर्ष कर रहा था और यह सबसे कठिन दौर था'. स्मिथ ने कहा कि वह खुशकिस्मत हैं कि परिवार और दोस्तों का साथ मिला और वह बच्चों को संदेश देना चाहते हैं कि जज्बात जाहिर करने में कोई बुराई नहीं है.

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बॉल टेपरिंग विवाद के बाद स्टीव स्मिथ ने इस प्रकरण की पूरी जिम्मेदारी लेते हुए कहा था कि इससे उनकी छवि दागदार हुई है. उन्होंने कहा कि वह काफी निराश हैं और पूरी जिंदगी उन्हें इस घटना का मलाल रहेगा. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने इस 28 वर्षीय बल्लेबाज पर एक साल के लिए प्रतिबंध लगाया. साथ ही उनसे कप्तानी भी छीन ली गई.
साउथ अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन टेस्ट के तीसरे दिन ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज कैमरन बेनक्रॉफ्ट मैदान पर गेंद से छेड़छाड़ करते कैमरे में कैद हो गए. टेंपरिंग की तस्वीरें पूरी दुनिया में वायरल हो गईं जिसके बाद आईसीसी और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने खिलाड़ियों के खिलाफ एक्शन लिया था. इस पूरे मामले ने क्रिकेट जगत को हिला कर रख दिया और भद्रजनों के इस खेल के लिए यह घटना किसी कलंक से कम नहीं थी.