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IND vs NZ Test: गावस्कर के इस 'मंत्र' ने श्रेयस अय्यर को बनाया कानपुर का 'हीरो', खुद किया खुलासा

श्रेयस अय्यर ने कानपुर टेस्ट में डेब्यू करते हुए अपने करियर का पहला शतक जड़ दिया. अय्यर ऐसा करने वाले 16वें भारतीय खिलाड़ी बने. अय्यर को टेस्ट कैप सुनील गावस्कर से मिली थी, उन्होंने खुलासा किया कि सुनील गावस्कर की किस सलाह की बदौलत वो कानपुर टेस्ट में शानदार प्रदर्शन कर पाए हैं.

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Sunil Gavaskar-Shreyas Iyer (@BCCI)
Sunil Gavaskar-Shreyas Iyer (@BCCI)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • गावस्कर की सलाह ने बनाया अय्यर को हीरो
  • डेब्यू में शतक लगाने वाले 16वें भारतीय क्रिकेटर बने
  • अय्यर ने कानपुर में 105 रनों की पारी खेली

श्रेयस अय्यर पूर्व सालामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर की सलाह पर न तो अतीत में झांकना चाहते हैं और न ही भविष्य के बारे में सोचना चाहते हैं. अय्यर केवल वर्तमान पलों में जीना चाहते हैं ऐसी सलाह उन्हें भारतीय टेस्ट कैप प्रदान करते समय सुनील गावस्कर ने सलाह दी थी.

अपने डेब्यू टेस्ट मैच में शतक जड़ने वाले 16वें भारतीय क्रिकेटर बने अय्यर जानते हैं कि अगले मैच में कप्तान विराट कोहली की टीम में वापसी होने पर मध्यक्रम में कुछ बदलाव होंगे. कुछ साल पहले करुण नायर को ऐसी स्थिति से गुजरना पड़ा था, जबकि उन्हें तिहरा शतक जड़ने के बाद अगले मैच में बाहर बैठना पड़ा था.

अय्यर ने कानपुर में 105 रनों की पारी खेली इसके बाद उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'सुनील गावस्कर सर ने मुझे कैप देते समय एक जरूरी बात कही थी. उन्होंने कहा था आपको अतीत के बारे में सोचने की जरूरत नहीं है और आपको भविष्य के बारे में भी नहीं सोचना है. आपको केवल वर्तमान के बारे में सोचना है और अगली गेंद पर ध्यान केंद्रित करना है. मैंने यही किया.'

उन्होंने कहा, 'आज के बारे में सोचने पर ध्यान दिया और यह नहीं सोचा कि अगले मैच में क्या होगा क्योंकि अगर मैं उस बारे में सोचता तो वर्तमान में नहीं जी पाता और अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाता, जो कुछ भी होता है अच्छे के लिए होता है और मैं उसे स्वीकार करूंगा.'

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गावस्कर से टेस्ट कैप हासिल करना अय्यर के लिए परीकथा जैसा था और शतक जड़ना उसे अगले स्तर तक पहुंचाना. वह अभी इस अहसास का लुत्फ उठाना चाहते हैं. उन्होंने कहा, 'सुनील सर से कैप हासिल करना परीकथा जैसा था, लेकिन मैं यह सोच रहा था कि राहुल सर मुझे कैप सौंपेंगे. दोनों ही इस खेल के दिग्गज हैं और दोनों में से कोई भी कैप प्रदान करता मुझे खुशी होती.'

अय्यर ने कहा, 'यह बहुत अच्छा अहसास था और जिस तरह से चीजें आगे बढ़ीं उससे मैं खुश था, लेकिन मैं जिस तरह से आउट हुआ उससे मैं संतुष्ट नहीं हूं.' गावस्कर ने भले ही उनसे कहा था कि वह न तो आगे के बारे में सोचें न अतीत पर ध्यान दें, लेकिन अय्यर टेस्ट पदार्पण पर शतक बनाने को लेकर इतना सोचने लगे कि उन्हें रात भर नींद नहीं आई.

अय्यर ने कहा, 'जिस तरह से पहले दिन से सब कुछ अच्छा रहा उससे मैं वास्तव में खुश था. कल रात (गुरुवार) मैं अच्छी नींद नहीं ले पाया. विशेषकर जब आप रात भर बल्लेबाजी के बारे में सोच रहे हों. मुझे लगा कि मैंने कल वास्तव में अच्छी बल्लेबाजी की थी, लेकिन आज (शुक्रवार) भी फिर से ध्यान केंद्रित करना था.'

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टीम के संदर्भ में अय्यर ने स्वीकार किया कि भारत के लिए दिन मुश्किल भरा रहा. भारत ने पहली पारी में 345 रन बनाए, जिसके जवाब में न्यूजीलैंड ने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक बिना किसी नुकसान के 129 रन बना लिए हैं.

उन्होंने कहा, 'यह दिन हमारे लिए चुनौतीपूर्ण रहा क्योंकि उन्होंने अच्छी शुरुआत की, विकेट से हमारे गेंदबाजों को वास्तव में मदद नहीं मिली. हमारा ध्यान सही क्षेत्र में गेंदबाजी करके कम से कम रन देने और दबाव बनाने पर था.'

 

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