
अपने सच्चे दोस्त शेन वॉर्न के निधन से स्तब्ध ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क ने कहा कि क्रिकेट को उसके माइकल जॉर्डन की कमी खलेगी. वह ऐसे इंसान को खोने से दुखी हैं, जो कठिन दौर में हमेशा उनके साथ खड़े रहे. वॉर्न का थाईलैंड में शुक्रवार को दिल का दौरा पड़ने से 52 वर्ष की उम्र में निधन हो गया था.
क्लार्क और वॉर्न मैदान से भीतर और बाहर एक-दूसरे के काफी करीब थे. क्लार्क ने अक्सर कहा है कि वॉर्न उन्हें सबसे बेहतर समझते थे और जीवन के हर पहलू में कठिन दौर में उनकी ताकत बन गए थे.
'वॉर्न के साथ मेरे रिश्ते को एक ही आंकड़ा बताता है'
क्लार्क ने ‘डेली टेलीग्राफ’ में अपने कॉलम में लिखा, ‘क्रिकेट हमेशा से आंकड़ों का खेल रहा है और वॉर्न के साथ मेरे रिश्ते को एक ही आंकड़ा स्पष्ट करता है ... 23.’ उन्होंने कहा, ‘वॉर्नी ने मुझसे आकर कहा था कि वह चाहता है कि वनडे क्रिकेट में उसकी जर्सी नंबर 23 मैं पहनूं.’
उन्होंने कहा, ‘मैं इसके लिए हमेशा उसका आभारी रहूंगा. यह सम्मान पूरी जिंदगी मेरे साथ रहेगा. मुझे अपना जर्सी नंबर सौंपकर उसने साबित कर दिया था कि दूसरों से ज्यादा वह हमेशा मेरा साथ निभाएगा.’

'... उसके जाने से उबर पाना बहुत मुश्किल है'
क्लार्क ने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि पहले ही दिन से वह मेरे साथ इतना खुला, उदार और प्यार करने वाला क्यों था, लेकिन वह ऐसा ही था.’ उन्होंने कहा, ‘मेरे हर दुख में और कठिन दौर में वह मेरे साथ खड़ा था. यही वजह है कि उसके जाने से उबर पाना बहुत मुश्किल है.’
इससे पहले 2014 में क्लार्क ने अपने एक और करीबी दोस्त फिल ह्यूज को खो दिया था, जिनकी एक घरेलू मैच में सिर पर बाउंसर लगने के बाद मौत हो गई थी. क्लार्क ने ह्यूज के जनाजे को कंधा दिया था और उसकी श्रद्धांजलि सभा में मार्मिक भाषण भी दिया था.