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Navjot Singh Sidhu IPL 2024: 'मेरे खून में बहती है कमेंट्री...', नवजोत सिंह स‍िद्धू की आईपीएल 2024 में धमाकेदार वापसी, धोनी-रोहित-पंत पर कही ये बातें

Navjot Singh Sidhu IPL 2024: नवजोत सिंह सिद्धू की आईपीएल 2024 में अलग अंदाज में वापसी हुई है. वो अब कमेंट्री बॉक्स में अपने शब्दों की बाजीगरी द‍िखाएंगे. सिद्धू ने आईपीएल शुरू होने से पहले महेंद्र सिंह धोनी, ऋषभ पंत, मुंबई इंडियंस के नए कप्तान हार्द‍िक पंड्या समेत क्रिकेट के कई पहलुओं पर बात की.

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नवजोत सिंह सिद्धू.
नवजोत सिंह सिद्धू.

Navjot Singh Sidhu IPL 2024: 'कमेंट्री एक आशीर्वाद है, यह मेरी पहचान है, यह मेरे खून में बहती है.'  ये शब्द नवजोत सिंह सिद्धू के हैं, जो आईपीएल 2024 में कमेंट्री बॉक्स में इस बार अपनेअलहदा अंदाज में नजर आएंगे. सिद्धू कमेंट्री करते हुए अपने वनलाइनर्स और शेर-शायरी के लिए पॉपुलर हैं. 

प‍िछले कुछ समय तक स‍िद्धू राजनी‍त‍ि में सक्रिय रहे. अब वो एक लंबे अंतराल के बाद क्रिकेट के लाइव एक्शन में बतौर कमेंटेटर नजर आएंगे. सिद्धू आईपीएल में 2024 के आधिकारिक टेलीविजन प्रसारक स्टार स्पोर्ट्स के लिए हिंदी कमेंटेटर की भूम‍िका में रहेंगे. 'इंड‍िया टुडे' से बातचीत करते हुए सिद्धू ने इस दौरान महेंद्र सिंह धोनी, ऋषभ पंत और मुंबई इंड‍ियंस टीम के नए कप्तान हार्द‍िक पंड्या को लेकर बात की. वहीं व‍िराट कोहली और रोह‍ित शर्मा पर भी अपनी राय रखी.  

सिद्धू ने कमेंट्री में वापसी पर कहा- कमेंट्री मेरे खून में है. यह मेरी पहचान है. जैसे महान गुरु ने हमें हमारी पगड़ी दी. मेरी पहचान मेरी पगड़ी से होती है. मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि मेरा शौक ही मेरा पेशा है, आपके पास ऐसे लोग होंगे जो क्रिकेटर बनना चाहते थे, वे अब डॉक्टर हैं, आपके पास ऐसे लोग होंगे जो मैच खेलना चाहते थे और आज वे एक बिजनेस चला रहे हैं, ऐसे बहुत कम लोग हैं जिन्हें वह करने का मौका मिलेगा जिसको उन्होंने सबसे ज्यादा इंजॉय किया हो.  यदि आप कोई ऐसा काम करते हैं जो आनंद से भरपूर है, तो उसमें समय का पता नहीं चलता है. सिद्धू ने कहा- मेरे लिए कमेंट्री वरदान है, कमेंट्री करते हुए मैं बहुत कंर्फटेबल रहता हूं. 

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कैसे की सिद्धू ने कमेंट्री की तैयारी? 

कमेंट्री के लिए किस तरह की तैयारी रहती है, इस पर सिद्धू ने कहा- जब आप क्रिकेट खेलते हैं तो यह फ‍िज‍िकल होता है, एक अच्छा क्रिकेटर बनने के लिए आपको सहनशक्ति, एक विशेष आहार और बहुत कुछ जोड़ना होगा, लेकिन, कमेंट्री पूरी तरह से मानसिक शक्ति, सहजता और भाषा पर नियंत्रण के बारे में है.  मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि मेरे पिता सुबह साढ़े चार या पांच बजे उठकर मुझे तीन अखबार देते थे, द ट्रिब्यून, एक हिंदी में, एक पंजाब केसरी और दूसरा पंजाबी में... 

सिद्धू ने आगे कहा- मुझे सारे अखबार पढ़ने होते थे और हेडलाइन देनी थी, जब मैं स्कूल से वापस आता था तो न्यूज सुननी पड़ती थी. आधा घंटा अंग्रेजी, आधा घंटा हिंदी और फिर थोड़ी सी उर्दू. उस समय मैं उन टीवी एंकर्स के चेहरों को देखकर बहुत तंग आ जाता था और मेरे पिता मुझे बैठाकर समाचार सुनाते थे. 

बाद में, जब मैंने कमेंट्री करना शुरू किया, तो मुझे एहसास हुआ कि यह मेरे लिए बहुत आसान था, क्योंकि मैं शब्दों के बारे में नहीं सोच रहा था वे स्वाभाविक रूप से मेरे पास आ रहे थे.  

क्या 2024 के बाद भी खेलेंगे धोनी, सिद्धू ने दिया ये जवाब 

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सिद्धू ने एमएस धोनी के 42 साल की उम्र में भी खेलने को लेकर कहा- उसने जो किया है, वह चमत्कार है, वो 42 वर्ष के हैं. वह मानसिक रूप से बहुत मजबूत हैं, इस उम्र में भी बेहद फिट दिखते हैं.  जब 3-4 ओवर शेष रह जाते हैं तो वो बल्लेबाजी करने में माहिर हैं. यदि आप फिट हैं और आप खेल खेल सकते हैं तो यह एक चमत्कार है. धोनी जैसा कोई व्यक्ति अभी भी जिब्राल्टर की चट्टान की तरह खड़ा है, जबकि अन्य लोग नौ पिन की तरह गिर गए हैं. धोनी के बारे में सिद्धू ने कहा कि यह आदमी नियम का अपवाद है. वह एक सुपरस्टार हैं, उनमें असाधारण क्षमता है. 

रोहित शर्मा के कप्तान नहीं होने पर क्या बोले सिद्धू

इस बार मुंबई इंडियंस की कप्तानी आईपीएल में हार्द‍िक पंड्या करेंगे. इस पर रोहित शर्मा के जेहन में क्या रहेगा. सिद्धू ने कहा- एक बात तो पक्की है. यदि आप कप्तान नहीं हैं, तो आपके दिमाग से बहुत सारा दबाव हट जाता. कोई भी कप्तानी, कोई भी नेतृत्वकारी भूमिका कांटों का बिस्तर है, चाहे आप इसे स्वीकार करें या नहीं. कुछ ने इसका आनंद लिया है, कुछ ने इसे बोझ के रूप में लिया है. रोहित शर्मा एक सफल और प्रतिष्ठित भारतीय कप्तान हैं. मुझे यकीन है कि हार्दिक पंड्या बार-बार उनके पास दौड़ेंगे और सलाह लेंगे. 

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जो चीज रोहित के साथ हुई है, क्या उससे वो कुछ पायदान नीचे नहीं गए हैं. इस पर सिद्धू ने कहा- यह हमेशा से होता आया है ना? चाहे वह इयान चैपल हों, ग्रेग चैपल हों, सुनील गावस्कर हों या तेंदुलकर, एक समय आता है जब हर किसी को जाना होता है.  मुझे लगता है कि अगर रोहित अपनी फिटनेस का ख्याल रखें तो उन्हें अभी और कई साल खेलने को मिलेंगे, मैंने उन्हें फ्रंटफुट पर गेंद पिक कर उन पर छक्के लगाते देखा है, उनकी अपनी यूएसपी है. उसे कोई छीन नहीं सकता.

सिद्धू ने कहा, ‘हमारे समय में खराब फॉर्म के बावजूद खिलाड़ी को टीम में बनाए रखा जाता था क्योंकि उसकी जगह लेने के लिए कोई नया खिलाड़ी तैयार नहीं रहता था. अब हार्दिक पंड्या मुंबई इंडियंस में कप्तान के रूप में भारतीय कप्तान की जगह ले रहा है क्योंकि उसने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है. यह रोहित के लिए अपमानजनक नहीं है, बल्कि यह एक सोची समझी प्रक्रिया है.’

विराट कोहली को सिद्धू ने कहा सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज 

सिद्धू ने कहा,‘मैं कोहली को भारत के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों की ल‍िस्ट में शामिल करूंगा और इसका एकमात्र कारण उनकी फिटनेस है. उम्र बढ़ने के साथ वह अधिक फिट होते जा रहे हैं. तकनीकी तौर पर वह शानदार बल्लेबाज हैं तथा तीनों प्रारूप में खुद को ढालने कि उनकी क्षमता अद्भुत है. यही बात रोहित पर भी लागू होती है.’ सिद्धू ने भारतीय टीम के पिछले साल वनडे वर्ल्ड कप में प्रदर्शन के बारे में कहा,‘ वर्ल्ड कप उन्होंने बहुत अच्छा खेल दिखाया. केवल एक मैच उनके अनुकूल नहीं रहा. एक खराब मैच से टीम का भविष्य तय नहीं किया जा सकता है. मेरा मानना है कि भारतीय टीम लंबे समय तक राज करेगी क्योंकि क्रिकेटरों को तैयार करने की प्रणाली बहुत अच्छी और अनुकूल है.’

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ऋषभ पंत पर सिद्धू ने कही ये बात 

 ऋषभ पंत को मैदान पर वापस देखने के लिए कितने उत्साहित हैं? इस पर सिद्धू ने अपने स्टाइल में कहा- श‍िल्पकार के हथौड़े के प्रहार के बिना देवता की मूर्ति नहीं बनती, पत्थर भी घिस घ‍िस के, शाल‍िग्राम बनता है. एक पत्थर चोट खाकर कंकड़-कंकड़ हो गया है, और एक पत्थर चोट सहकर, शंकर-शंकर हो गया है. ये जो चोट को सहना है ना, और उसके बाद वापस आना है, यही ख‍िलाड़ी का असली कैरेक्टर का है.  

सिद्धू ने कहा- डेनिस लिली को पीठ की समस्या थी, जिससे उनका करियर खत्म होने का खतरा था, 8 महीने तक, वह आदमी ट्रेडमिल पर था, अपनी ट्रेनिंग कर रहा था, जो भी डॉक्टर ने उसे बताया था, उसने किया, उन्होंने अपना एक्शन बदला, जिससे पीठ पर कम भार कम हुआ. 

सिद्धू ने कहा असंभव शब्द केवल मूर्खों के शब्दकोष में है. सब कुछ संभव है. लेकिन, उसके लिए आपके पास इच्छाशक्ति और दृढ़ संकल्प होना चाहिए. एक दृढ़ निश्चयी व्यक्ति के लिए कुछ भी असंभव नहीं है, मैं इस पंत में देखता हूं. एक बार मैंने इंग्लैंड के ख‍िलाफ उसका खेल देखा. उस समय उसने इंग्लैंड की नाक में दम कर दिया था. मैंने वह पारी देखी. मेरे एक मित्र ने मुझे संदेश भेजा कि आपको यह पारी अवश्य देखनी चाहिए. मुझे बहुत मज़ा आया. वह कोई कॉपीबुक नहीं है. 

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