
भारतीय टीम को अंग्रेजों के खिलाफ अपने घर में मिली हार की हर तरफ चर्चा हो रही है. इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने कहा है कि हैदराबाद टेस्ट में मिली हार भारत के लिए खतरे की घंटी होनी चाहिए कि इंग्लैंड की ‘बैजबॉल’ रणनीति धीमी पिचों पर भी प्रभावी है.
भारत के लिए यह खतरे की घंटी: हुसैन
इंग्लैंड ने पहली गेंद से ही आक्रमण की ‘बैजबॉल’ रणनीति अपनाने के बाद से एक भी टेस्ट सीरीज नहीं गंवाई है. पहले टेस्ट में ओली पोप के 196 रनों की मदद से उसने भारत को 28 रनों से मात दी .उन्होंने कहा ,‘‘भारत के लिए यह खतरे की घंटी है क्योंकि इंग्लैंड ने दिखा दिया है कि बैजबॉल यहां भी असरदार है.’
हुसैन ने ‘स्काई स्पोटर्स ’ के लिए अपने कॉलम में लिखा, 'भारत ने पहली पारी में 436 रन बनाए, लेकिन और भी बना सकते थे. भारतीय टीम बेहतरीन है और वापसी करेगी. इतिहास गवाह है कि इंग्लैंड के लिए यहां जीतना आसान नहीं रहा है.'

मैं उनकी जिद का कायल: हुसैन
उन्होंने कहा, ‘इससे साबित होता है कि इंग्लैंड के पास गजब का आत्मविश्वास है. उन्हें अपने खेलने के तरीके पर भरोसा है. बाहर की बातों को लेकर वे चिंतित नहीं हैं. मैं उनकी जिद का कायल हूं. अगर आप उन पर शक करेंगे तो वे और जिद्दी होकर आपको गलत साबित करेंगे. यह अच्छी बात है क्योंकि आप लगातार सुनते रहे हैं और आपके बारे में जो लिखा जा रहा है, उसे पढ़ते रहते हैं.’
पोप ने रविचंद्रन अश्विन, अक्षर पटेल और रवींद्र जडेजा को सहजता से खेला और भारतीय स्पिन तिकड़ी को दूसरी पारी में बेअसर कर दिया. हुसैन ने कहा, 'पहली पार में वे 190 रनों से पिछड़ गए थे, लेकिन इतने बेहतरीन स्पिनरों के सामने ओली पोप ने एक यादगार पारी खेली. वहीं, पहली पारी में जूझते दिखे टॉम हार्टले ने भी 7 विकेट चटकाए. टेस्ट डेब्यू करने पर काफी दबाव रहता है, लेकिन हार्टले ने दूसरी पारी में उसका बखूबी सामना किया.'