श्रीलंका के खिलाफ तीसरे और अंतिम क्रिकेट टेस्ट में भारत के सामने भले ही फॉर्म में चल तीन सलामी बल्लेबाजों में से एक को बाहर करने की दुविधा होगी. लेकिन सीनियर ओपनर मुरली विजय ने कहा है कि शीर्ष क्रम के प्रतिद्वंद्वियों लोकेश राहुल और शिखर धवन के साथ मैदान के बाद अच्छी दोस्ती से उन्हें इस तरह के हालात से निपटने में मदद मिलती है.
कोलकाता के ईडन गार्डन्स में तेज गेंदबाजी की अनुकूल पिच पर धवन और राहुल ने दूसरी पारी में क्रमश: 94 और 79 रन की पारी खेली थी, जहां तकनीकी रूप से भारत के सबसे सक्षम सलामी बल्लेबाज विजय को अंतिम एकादश में जगह नहीं मिली थी. धवन ने इसके बाद दूसरे टेस्ट में निजी कारणों से ब्रेक लिया और विजय ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी करते हुए 128 रनों की पारी खेली.

फिरोजशाह कोटला में शनिवार से शुरू हो रहे आखिरी टेस्ट के अंतिम-11 से धवन या राहुल में से एक का बाहर होना लगभग तय है. जब विजय से पूछा गया कि वे तीन इस तरह की स्थिति से कैसे निपटते हैं, तो उन्होंने कहा, ‘मैदान के बाहर हम तीनों के बीच काफी अच्छी दोस्ती है, जिससे चीजें आसान हो जाती है. हालांकि जो बल्लेबाज नियमित खेल रहा हो और बाहर हो जाए वह थोड़ा अस्थिर हो जाता है.' मुरली ने कहा,' बेशक मैदान के बाद हम तीनों के बीच मैदान के बाहर अच्छे रिश्ते हैं और आगामी सीरीज (दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ) तथा भविष्य में हमें इससे काफी मदद मिलेगी.’
टीम में जगह नहीं मिलने पर इससे निपटने के बारे में पूछने पर विजय ने कहा, ‘हम इसे सहज रखते हैं और मजे करते हैं. इस बारे में खुलकर बात करते हैं और अपने अंदर चीजों को रखने की तरह इस पर बात करते हैं, जिससे कि बाकी लोगों को पता चले कि हम क्या महसूस कर रहे हैं.’
उन्होंने कहा, ‘यह बेहतर है कि हम खुलकर बात करें. मैं या शिखर जो भी महसूस कर रहे होते हैं, उसे जाहिर कर देते हैं और आगे बढ़ते हैं. हम मजा करने वाले लोग हैं और हम एक साथ चीजें करते हैं. मैदान के बाद हम अच्छा समय बिताते हैं जिससे एक टीम के रूप में हमें मदद मिलती है.’ विजय ने हालांकि संभावित अंतिम एकादश और बल्लेबाजी क्रम में बदलाव से जुड़े सवाल का कोई सटीक जवाब नहीं दिया.