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MS धोनी का जबरा फैन है यह शख्स, हरियाणा से रांची के लिए निकल पड़ा पैदल

हरियाणा के हिसार जिले में स्थित खेड़ी जालब गांव के रहने वाले अजय गिल पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के जबरा फैन हैं. अजय गिल विश्व में ऐसे अकेले युवा क्रिकेटर हैं जो धोनी को अपना भगवान मानते है. अजय फिलहाल हिसार में मौजूद सेंट सोफिया स्पोर्टस अकादमी में क्रिकेट का प्रशिक्षण ले रहे है.

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Ajay Gill
Ajay Gill
स्टोरी हाइलाइट्स
  • एमएस धोनी को अपना भगवान मानते हैं अजय गिल
  • धोनी से मिलने के लिए हरियाणा से रांची की पैदल यात्रा शुरु की

हरियाणा के हिसार जिले में स्थित खेड़ी जालब गांव के रहने वाले अजय गिल पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के जबरा फैन हैं. अजय गिल विश्व में ऐसे युवा क्रिकेटर हैं जो धोनी को अपना भगवान मानते है. अजय फिलहाल हिसार में सेंट सोफिया स्पोर्टस अकादमी में क्रिकेट का प्रशिक्षण ले रहे है. एमएस धोनी से मिलने के लिए अजय एकबार फिर 1436 किलोमीटर की यात्रा के लिए पैदल निकल चुके है.

इससे पहले भी अजय गिल पैदल यात्रा करके रांची में स्थित एमएस धोनी के फार्म हाऊस पर पहुंचे थे, परंतु वहां धोनी नहीं मिले थे. 


इस युवक में हिम्मत, जोश, जुनून और जज्बात है. अबकी बार वे धोनी से मिल कर ही गांव लौटना चाहते हैं. अजय गिल ने गांव में मौजूद बाबा संदोक नाथ मंदिर में पूजा पाठ करके अपनी यात्रा शुरू की है. इस दौरान माता पूनम देवी, पिता के.के. गिल सहित अन्य परिजनों ने अजय को माथे पर टीका लगाकर यात्रा के लिए रवाना किया.

अजय ने बताया कि इस यात्रा के लिए पिता केके गिल, माता पूनम देवी, चाचा राजेश थिनर, चाचा नरेश, मामा रामकेश, प्रवीन गिल, डा. राकेश, राजेश गिल, विनोद, अजीत, आशीष, विनोद, कोच प्रंशात, खेड़ी चौपटा राजकीय कालेज के छात्र-छात्राओं एवं प्रिंसिपल वर्षा राणा ने पूरा सपोर्ट किया है. अजय गिल ने बताया कि वह गरीब परिवार से हैं और उनकी आर्थिक स्थिति काफी कमजोर है एवं उनके पिता हेयर ड्रेसर का काम करते है. उनके पिता ने जाने से मना कर दिया परंतु अजय की इच्छा थी कि वह पैदल जाएंगे. आखिरकार उनकी जिद्द के सामने पिता को भी झुकना पड़ा. 

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अजय गिल ने कहा कि उन्हें झारखंड पहुंचने में 25 से 30 दिन लग जाएंगे. युवक अपने हाथ में बैग और तिरंगा झंडा लेकर खेड़ी जालब से जींद, गोहाना, सोनीपत दिल्ली, गाजियाबाद, दादरी, सिंकराबाद, बुलंदशहर, अलीगढ, ऐटा, कन्नोज, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी से चलते हुए रांची के रिंग रोड पर मौजूद एमएस धोनी के फार्म हाऊस पर पहुंचेगा. अजय गिल ने बताया कि वह झारखंड जाएंगे और एमएस धोनी से मिलकर आशीर्वाद प्राप्त करते हुए वापस गांव लौटेंगे. 

अजय गिल ने अपने हेयर एवं टीशर्ट पर धोनी का नाम छपा रखा है. अजय गिल ने खरक पूनिया से ही दसवीं की परीक्षा पास की थी. अजय जब चार साल के थे, तब से ही उन्हें किक्रेट का शौक था. अजय ने बताया कि 5 अप्रैल 2005 को पाकिस्तान और भारत का मैच हुआ था, जिसमें धोनी ने अपना पहला शतक बनाते हुए 148 रनों की पारी खेली थी. इस दौरान धोनी ने 15 चौके एवं चार छक्के लगाए थे. अजय इस मैच को देखकर एमएस धोनी के फैन बन गए थे. अजय का कहना है धोनी ऐसे क्रिकेटर हैं जिनके पांव चीते की तरह तेज चलते हैं. उनकी खासियत है कि मैच के अहम मोड़ पर वह छक्का मार कर टीम को जीत दिला देते हैं. अजय ने बताया कि वे एमएस धोनी के ऐसे फैन है, जो अकेले में ही उनके मैच देखना पंसद करते हैं.

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गौरतलब है कि अजय ने इससे पहले 29 जुलाई को यात्रा शुरु की थी. दिन-रात पैदल चलकर 1436 किलोमीटर की यात्रा तय करके झारखंड पहुंचे. धोनी तो रांची में नही मिले थे लेकिन धोनी के सपोर्टर्स जरूर मिल गए. इस दौरान उन लोगों ने इस युवक की हिम्मत को देखते हुए उसे एयर लिफ्ट करके घर पहुंचाने का काम किया था. अजय का कहना है एमएस धोनी उनके भगवान हैं, जिसके वह दर्शन करना चाहते हैं. इस बार तो उन्होंने दर्शन करने की ठान ली है, जिसके लिए वह पैदल यात्रा पर भी निकल चुके हैं. 

 

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