विराट कोहली के अफगानिस्तान के खिलाफ टेस्ट से हटने के फैसले से निराश ऑस्ट्रेलिया के वर्ल्ड कप विजेता कप्तान माइकल क्लार्क को लगता है कि भारतीय कप्तान को बेंगलुरु में होने वाले इस ऐतिहासिक टेस्ट में खेलने के लिए सरे से वापस लौटना चाहिए.
भारतीय कप्तान इंग्लैंड के खिलाफ खुद को तैयार करने के लिए काउंटी चैंपियनशिप में सरे की ओर से खेलने वाले हैं. इस कारण उन्होंने 14 से 18 जून तक आयोजित इस टेस्ट मैच में नहीं खेलने का फैसला किया है. उनके इस फैसले पर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं आ रही हैं.
क्रिकेट इतिहासकार बोरिया मजूमदार के साथ बातचीत में क्लार्क ने कहा कि उनकी प्राथमिकता हमेशा टेस्ट क्रिकेट खेलने की होगी, भले ही इसमें प्रतिद्वंद्वी टीम कोई भी हो.
क्लार्क ने ‘इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स’ द्वारा आयोजित सत्र में कहा, ‘मैं सचमुच काफी हैरान हूं. मैं नहीं जानता क्यों, यह विराट का फैसला है. मुझे लगता है कि टेस्ट मैच एक टेस्ट मैच होता है. मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि हम किसके खिलाफ खेल रहे हैं. यह आपकी पहली प्राथमिकता होनी चाहिए.’
उन्होंने कहा, ‘अपने देश का प्रतिनिधित्व करना दुनिया में सबसे विशेष अहसास है. मैं चाहूंगा कि वह वापस लौटकर आए और टेस्ट खेले. कार्यक्रम में थोड़े दिन खाली हैं, जिससे वह ऐसा कर सकते हैं.’
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कोहली के लिए 2014 का इंग्लैंड दौरा काफी खराब रहा था, जिसमें उन्होंने पांच टेस्ट में 13.4 के औसत से केवल 134 रन बनाए थे. क्लार्क ने हालांकि कोहली के काउंटी क्रिकेट खेलने के फैसले का समर्थन किया और कहा कि इससे साफ संदेश मिलेगा कि इंग्लैंड में उनका लक्ष्य सिर्फ जीतने का है.
उन्होंने कहा, ‘निश्चित रूप से यह अच्छी तैयारी है और इससे आपका दृढ़ निश्चय दिखता है कि आप व्यक्तिगत रूप से अच्छा प्रदर्शन करने के लिए कितने लालायित हो और वह भारत को कितना सफल देखना चाहता है.'
क्लार्क ने कहा, ‘इससे उनके टीम के साथियों और इंग्लैंड को स्पष्ट संदेश मिलता है कि वह ब्रिटेन दौरे को सफल बनाना चाहता है. वह इस सीरीज को जीतना चाहता है.’
भारत साल का समापन ऑस्ट्रेलिया के दौरे से करेगा जहां उन्होंने एक भी टेस्ट सीरीज नहीं जीती है और कोहली एंड कंपनी ने बीसीसीआई को अपनी इच्छा स्पष्ट कर दी जिसने एडिलेड ओवल में डे नाइट टेस्ट को खारिज कर दिया.
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क्लार्क ने कहा, ‘याद रखिए भारत ने ऑस्ट्रेलिया को ऑस्ट्रेलिया में कभी नहीं हराया है. इस बार उनके पास मौका है और कोहली, रवि शास्त्री और भारतीय क्रिकट में सभी इसके बारे में सोच रहे हैं.'
क्लार्क 2011 वर्ल्ड कप विजेता कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को 2019 वर्ल्ड कप टीम के लिए अहम सदस्य के रूप देखते हैं और उन्होंने कोहली की अगुवाई वाली टीम को प्रबल दावेदार करार किया.
क्लार्क ने कहा, ‘मैं विराट कोहली को अच्छी तरह जानता हूं. वह इस वर्ल्ड कप में दूसरे नंबर पर आने के लिए नहीं जाएगा. वह वहां एक ही लक्ष्य के साथ जाएगा और वो है वर्ल्ड कप जीतना. उनके पास इतने सारे मैच विजेता हैं. आपके पास अनुभव है. इसलिए मुझे लगता है कि धोनी को वर्ल्ड कप का हिस्सा होना चाहिए. वह पहले भी रह चुका है. आपके पास युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का अच्छा मिश्रण होना चाहिए.’